Month: जुलाई 2016

साहब बुझले पियाज, सहबाइन बुझली अदरख (बतकुच्चन-201)

साहब बुझले पियाज, सहबाइन बुझली अदरख. ना ना, बतावे के कवनो जरूरत नइखे कि हम गलत कहाउत कहत बानी. असल कहाउत हमरो मालूम बा बाकिर सेकुरल कब कवना बात प…

भोजपुरी, राजस्‍थानी अउर भोटी के जल्दिए मिली संवैधानिक मान्‍यता

पिछला सोमार 25 जुलाई, 2016 का दिने दिल्‍ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भोजपुरी समाज, दिल्‍ली आ राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति दुनू मिल के आयोजित केन्‍द्रीय वित्‍त राज्‍यमंत्री अर्जुन राम…

पइसार आ पसार के चरचा (बतकुच्चन – 200)

बात के खासियते होला कहीं से चल के कहीं ले चहुँप जाए के. कहल त इहो जाला कि एक बार निकलल ध्वनि हमेशा खातिर अंतरिक्ष में मौजूद हो जाले. आजु…

सुबरन को ढूंढ़त फिरे कवि कामी और चोर (बतकुच्चन – 199)

भोजपुरी के एगो महान कवि रहलन महेन्दर मिसिर. उनुका के पूरबी गीतन के जनक मानल जाला. मिसिर जी के लिखल पूरबी अपना शृंगार रस का चलते बहुते लोकप्रिय भइली सँ.…

एगो, एकगो, आ एकेगो का चक्करघिन्नी में (बतकुच्चन – 198)

एगो, एकगो, आ एकेगो का चक्करघिन्नी में कई दिन से दिमाग में चकोह जस चलत बा आ हम ओहीमें खिंचाइल चलल जात बानी. थाह नइखे लागत कि कइसे एह चकोह…

लाल कला मंच के काब्य गोष्ठी

दक्षिणी दिल्ली बदरपुर के मीठापुर चौक पर विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लाल कला मंच के ओर से जागरुकता आ काब्य गोष्ठी के आयोजन कइल गइल. जेकर मुख्य उद्देश्य…

स्व. सत्तन के भोजपुरी कविता संग्रह “का हो ! कइसे” के विमोचन

शबद सहारे राखिये, शबद के हाथ न पाँव. एक शबद औषधि बने, एक शबद करे घाव. दीनदयाल विश्वविद्यालय गोरखपुर के हिन्दी विभागाध्यक्ष रहल प्रो. रामदेव शुक्ल कबीरदास के लिखल एह…

सियासत में भाई भतीजावाद

– ‍हरिराम पाण्डेय उत्तर प्रदेश एह घरी भारत के सियासत के ड्राइंगबोर्ड बन के बइठल बा. एकरा अलग अलग हिस्सा पर अलग अलग गोल तरह तरह के चित्र बनावे में…

बिहार के बाद अब मुंबई में २२ जुलाई से गदर

एह साल के अबले के सबले बड़ आ चर्चित रहल भोजपुरी फिलिम गदर अब मुंबई में २२ जुलाई से प्रदर्शित होखे वाली बा. ई फिलिम बिहार में पहिलहीं से गदर…

सगरी हिन्दुस्तान में निरहुआ-आम्रपाली के जलवा

भोजपुरी जगत के सबले बड़हन सितारा जुबली स्टार दिनेशलाल यादव ‘‘निरहुआ’’ आ भोजपुरी के अव्वल अदाकारा आम्रपाली दूबे के जलवा भोजपुरिया बॉक्स ऑफिस पर ईद का समय सगरी हिन्दुस्तान में…