जाने कवन राहे अइहें
– प्रिन्स रितुराज छन छन छनके आहट सुन के मन गचके जाने कवन राहे अइहें इहे सोच के मन खटके.…
– प्रिन्स रितुराज छन छन छनके आहट सुन के मन गचके जाने कवन राहे अइहें इहे सोच के मन खटके.…
– ओ. पी. सिंह राजनीति के रंग-ढंग रंगो मैं राजनीति ले के चल आइल बा. कहल जाला कि राजनीति के…
– ओ. पी. सिंह गुजरात से राज्यसभा के तीन गो सीट ला भइल चुनाव में जइसन दाँवपेंच देखे के मिलल…
फहरावs फहरावs तिरंगा आसमान में फहरावs । केसरिया के अमर सनेसा शान्ति रहो सुख चैन रहो तप के धनी रहो…
– ओ. पी. सिंह समुझ में नइखे आवत कि अब एह देश के राजनीति कइसे चली. अबहीं ले देश के…
– डॉ राधेश्याम केसरी ढहल दलानी अब त सउँसे, पुरवइया क झांटा मारे, सनसनात ठंढा झोका से, देहिया काँप गइल…
भोजपुरी भाषा आ साहित्य के प्रति भोजपुरिया लोग हमेशा से लागल रहल बा. कई दशकन से ई एगो आंदोलन के…
– ओ. पी. सिंह सेकूलर मीडिया में भक्तन के नाम से जानल जाए वालन के मुसीबत के दिन आ गइल…