फूल पतई हवा बा हैरान

विश्व भोजपुरी सम्मेलन के बलिया इकाई आ भोजपुरी के चर्चित पत्रिका ‘पाती’ का सहभागिता में बलिया के श्रीराम बिहार कालोनी में पाती कार्यालय का सभाकक्ष में एगो स्तरीय सरस काव्य…

बरिसावऽ माँ नेह सुधा

– रामरक्षा मिश्र विमल बरिसावऽ माँ नेह सुधा कब ले जियरा छछनल। जग जीवन पर छवल निराशा लागि रहल मधि रइनि अमवसा कब ले पूरनवासी आई दया रूप उमगल। अनाचार…

एकलव्य : छीजत मूल्यन के फेरु से स्थापित करे का दिसाईं एगो बेजोड़ खण्ड-काव्य

हिन्दी आ भोजपुरी के सुपरिचित रचनाकार डॉ. गोरख प्रसाद जी ‘मस्ताना’ एक ओर जहवाँ काव्य-मंच पर गेयता आ हास-व्यंग्य परोसे के कला में महारत हासिल कइला के कारन हरदम चरचा…

मैथिली-भोजपुरी के रस बरसल दिल्ली में

– ओमप्रकाश अमृतांशु जब कवि के भाव उमड़-उमड़ के छलके लागेला त सुनेवाला लोगन के हिरदय पुलकित हो उठेला. भाषा चाहे कवनो होखे सभ्यता के पहचान ओकरा लोक भाषे से…

‘हेलो भोजपुरी’ पत्रिका के विमोचन

– ओमप्रकाश अमृतांशु अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के २५वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन में ‘हेलो भोजपुरी’ पत्रिका के विमोचन बिहार के पुर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के हाथे भइल. एह…

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