Category: सतमेझरा
भोजपुरी के रवींद्र महेंदर मिसिर का सृजन के विविध आ...
Posted by Ram Raksha Mishra Vimal | Apr 9, 2017 | निबन्ध, साहित्य | 0 |
तथ्य एके होला बाकिर कथ्य कहेवाला का हिसाब से बदलत रहेला
by Editor | Apr 13, 2024 | एक तरफा विचार, सतमेझरा | 0 |
केजरीवाल के चाल आ अदालत के फैसला
by Editor | Apr 3, 2024 | अपराध, एक तरफा विचार, देश-दुनिया, सतमेझरा, समाचार | 0 |
सभले आगे रहीहें आपिस्तानी !
by Editor | Mar 31, 2024 | एक तरफा विचार, देश-दुनिया, राजनीति, सतमेझरा | 0 |
मरद के लड़ाई मरदानगी से लड़े वाला ओमर्टा समझौता त अब टूट जाए के चाहीं
by Editor | Mar 28, 2024 | एक तरफा विचार, देश-दुनिया, राजनीति, सतमेझरा | 0 |
मीडिया केे ना बूझनी त का बूझनी
by Editor | Mar 25, 2024 | एक तरफा विचार, चुनाव, देश-दुनिया, राजनीति, सतमेझरा, समाचार | 0 |
सरकार रंडीखाना से चले भा चंडूखाना से, कोर्ट केे एहसे का
by Editor | Mar 22, 2024 | एक तरफा विचार, चरचा, सतमेझरा | 0 |
संस्तुति
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN
अँजोरिया के भामाशाह
अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi
सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.
अबहीं ले 10 गो भामाशाहन से कुल मिला के पाँच हजार छह सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.
(1)
18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(3)
24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया
(4)
18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(5)
5 अगस्त 2023
रामरक्षा मिश्र विमत जी
सहयोग राशि - पाँच सौ एक रुपिया
एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.
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चुटपुटिहा
सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से
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