आईं सभे, पाकिस्तान के बेचारगी के मातम मनावल जाव.

by | Jul 15, 2011 | 0 comments

मुंबई में भइल आतंकी हमला का बाद आइल कांग्रेसी बबुआ के बयान पर राजनीति गरमा गइल बा. शिवसेना बाबा के कहना बा कि बबुआ के ममहर भेज दिहल जाव, बहुते अनाप शनाप बके लागल बा ई. असल में बबुआ बस अतने कहलसि कि सगरी हमला रोकल ना जा सके. सौ में से एगो त केहू ना केहू तरह होइये सकेला. बाकिर करीब करीब सगरी कांग्रेस विरोधी दल एह बयान के लेके बवाल मचा दिहले बाड़न. बबुआ के सम्हारे देखभाल के जिम्मेदारी जवना दिग्गी राजा के दिहल गइल बा ओह डिक्की के कहना बा कि गनीमत बा कि हमनी का हिन्दुस्तान में बानी सँ ना त पाकिस्तान में त रोजे भा हफ्तवारिये अइसन हमला होत रहेला. पुरनका गृह रा्ज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के बयान आइल बा कि ई सरकार के उपलब्धि मानल जाये के चाहीं कि अतना दिन बाद कवनो आतंकी हमला भइल बा देश में. गृह मंत्री पीचि एह हमला के खुफिया तंत्र के कमी माने के तइयार नइखन जबकि अपने बयान में खुदे कहलन कि ई हमला सुनियोजित तरीका से कइल गइल बा. असल में पूरा प्रशासन एह कोशिश में लागल बा कि एह मामिला में केहू इण्डियन मुजाहिदीन भा सिमी के नाम मत लेव, पाकिस्तान पर दोष मत लगावे. आखिर सरकार के दू गो दामाद, कसाब आ अफजाल, अतना दिन से सरकार के मेहमाननवाजी के मजा लूटते बाड़न. सरकार अपना मेहमानखाना में अउरी भीड़ बढ़ावल नइखे चाहत. मुँह चुप्पा प्रधानमंत्री मुँह त खोल दिहले बाड़न आ कहले बाड़न कि दोषियन के जल्दिये गिरफ्तार कर लिहल जाई. शायद ओही तरह जवना तरह ऊ कई साल से महँगाई पर काबु पावे के बात करत आइल बाड़न. साँप के साँप ना कहि के रसरी मानल देश खातिर महँग त पड़ही के बा. सरकार के कहना बा कि रसरी के साँप मत कहीं सभे, अनेरे डेरइला के कवनो जरूरत नइखे. हर बेर का तरह एहू बेर मुंबई के जज्बा के सलाम कहल जा रहल बा कि हर आतंकी हमला का बाद मुंबई तुरते फेर खड़ा हो जाले आ ओहिजा के जिनिगी फेर अपना ढर्रा पर चले लागेला. असल में बाति जज्बा के ना होके मजबूरी के बा. रोजी रोटी बिजनेस कारोबार में लागल आदमी मातमो ना मना पावे आ ओकरा फेर अपना काम में लाग जाये के मजबूरी होला. सरकार शायद पूरा देश के मुंबई नियर बनावल चाहत बिया कि लात जूता खात रहऽ आपन काम करत रहऽ. गनीमत मनावऽ कि तू आजुवो जिन्दा बाड़ऽ, काल्हुवे मर जइतऽ त केकरा अचरज होखीत ? पूरा तंत्र प्रशासन एह कोशिश में लागल बा कि मुंबई हमला के छोट बतावल जाव. सरकार खुदे आपन पीठ ठोकत बिया कि ओकरा निगहबानी का चलते आतंकियन के आरडीएक्स नइखे मिल पावत आ बेचारन के अमोनियम नाइट्रेट से काम चलावे के पड़त बा. देश के विदेश मंत्री कुछ दिन में पाकिस्तान जाये वाला बाड़न एहसे पाकिस्तान के नाम नइखे लिहल जात बलुक ओकरा बेचारगी पर अफसोस जतावल जा रहल बा. शायद भारत सरकार चाहत बिया कि ओकरा रहते पाकिस्तान के बेचारा काहे बने के पड़त बा.

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