एक साल पहिले अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के रजत जयन्ती अधिवेशन पटना में 28-29 दिसंबर 2013 के करावल गइल रहे. तब एह मौका पर ओह घरी भाजपा के महासचिव रहल रविशंकर प्रसाद कहले रहले कि, ‘ई भाषा के मिठास सबके दिल जीत लेला. अटल जी प्रधानमंत्री रहलन त मैथिली आठवीं अनुसूची में शामिल भइल रहे. अबकी बेर मोदी बनीहें पीएम त भोजपुरी आठवीं अनुसूची में जरूर शामिल होई.’
एह मौका पर बिहार के उपमुख्यमंत्री रहल सुशील कुमार मोदी, विधायक रामेश्वर चौरसिया आ बेतिया के विधायक रेणु देवी मंच पर मौजूद रहे लोग. अब केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार में उर्जा अ जनसंचार मंत्री बन गइल रविशंकर प्रसाद बतावसु कि उनकर वादा के का भइल? एक साल हो गइल ओह वादा के आ नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्रीओ बन गइले. ई बात याद करावत अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के जमशेदपुर प्रतिनिधि राजेश भोजपुरिया कहले बाड़न कि मंत्री जी आपन वादा पूरा करावस आ भोजपुरी के संविधान के अठवीं अनुसूची में शामिल करावस.
भोजपुरी देश के एगो बड़हन भासा हवे आ एकर आपन शानदार इतिहास रहल बा. भारत का बाहरो आठ देश में ई भासा मौजूद बिया आ मारीशस में एकरा के सरकारी मान्यता आ संरक्षणो मिल चुकल बा बाकिर अपने देश में ई अब ले अनदेखी के शिकार बिया. संस्कृत का बाद भोजपुरी सबले पुरान भासा हिय आ एकरा मान्यता मिल जाव त रोजगारो से जुड़ सकी.