हिन्दुस्तान टाइम्स पर अपना ब्लॉग में स्वतंत्र पत्रकार आकार पटेल लिखले बाड़न कि कांग्रेसी वोटरन के भल ही नीक ना लागे बाकिर गुजरात में कांग्रेस के हार के जवाबदेही सोनिया पर होखे के चाहीं. काहे कि उहे अपना राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के गुजरात में दखल देबे के इजाजत दिहले बाड़ी. अहमद पटेल साल चौरासी का बाद से आजु ले चुनाव नइखन लड़ल आ उनुका गुजरात के जमीनी हकीकत के पते नइखे. बाकिर सोनिया गाँधी के दरवान, बिना उनुका अनुमति केहू सोनिया से मिल ना सके, जइसन ताकत राखे वाला अहमद पटेल राज्य के राजनीति में लगातार दखल देत रहेलें.
भरूच से आवे वाला अहमद पटेल अठाइस साल से गुजरात में चुनाव ना लड़ला का बावजूद राज्य के राजनीति के छोड़ले नइखन. सोनिया गाँधी के कृपा से उनुका के राज्यसभा के सदस्य बनवले राखल जाला आ ऊ राज्य में केहू के पनपे ना देसु.
गुजरात में लगातार पैंतीस से अड़तीस फीसदी वोट लेत रहला का बावजूद कांग्रेस ओहिजा बीस बरीस से हारत आवत बिया काहे कि गुजरात के राजनीति दू ध्रुव में समेटा गइल बा आ दस फीसदी के अंतर भाजपा के बड़हन जीत दिआवे खातिर बहुते बा. आ भाजपा के पकड़ ओहिजा के स्थानीय समुदायन पर बहुते बढ़िया बा.
दोसरा तरफ कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व अहमद पटेल का चलते अपाहिज बनि के रहि जाला आ नरेन्द्र मोदी जइसन राजनीतिक हस्ती का सोझा ऊ लोग हर बेर बिला जाला. अगर सोनिया गाँधी के लागेला कि अहमद पटेल गुजरात के सम्हार सकेले त उनुके के ओहिजा के जिम्मेदारी दे दिहल जाव आ अगर लागे कि ना उनुका से काम नइखे चले वाला त उनुका के गुजरात मे् दखल देबे से मना कर दिहल जाव.
खाली गुजराते ना…आवे वाला समय में (बहुत जल्दिए) हिंदुस्तान से कांग्रेस के सफाया हो जाई। अउर अगर जनता अबो नइखे चेतति त भारत के पतन से केहू ना बचा सकेला।। कांग्रेस आज देस खातिर ना…खाली आपनी कुर्सी बचावे खातिर काम करतिया..अउर अपना कुर्सी के बचवले में इ देस के बेचले से भी गुरेज ना करी।।
उठीं, जागीं अउर तनि देश की बारे में भी सोंची।।
अगर विकास की बात होगी..तो मोदी और केवल मोदी।। हर आदमी में कुछ कमी होला…मोदियो में कुछ बा पर देस हित में मोदियो के गद्दी मिलल ठीक बा।। जय हिद।।