रामनवमी का पावन पर्व पर अँजोरिया पाठकन खातिर शुभकामना

आजु रामनवमी हऽ आ आज से सगरी नया सामग्री अब अँजोरिया के नयका संस्करण पर दिहल जाई. पुरनका संस्करण अपना पुरा सामग्री कोष का तरह मोजूद बनल रही. पुरनका संस्करण में बहुते कुछ बा जवना के देखे पढ़े खातिर भोजपुरिया लोग आवते रही. उहो लोग आई जे एह साइट पर के सामग्री कॉमा फुलस्टाप तक उठा के अपना साइट पर लगा रहल बा. अलग बात बा कि ओह लोग के ई काम अँजोरिया के उपयोगिता, एकरा भाषा शैली के स्वीकार्यता देखलावत बा. हमरा तरफ से वइसनका चोरन के साधुवाद!

नक्सल आन्दोलन के जनक फाँसी लगा लिहलन

नक्सलबाड़ी से नक्सल आन्दोलन शुरु करे वाला कानू सान्याल काल्हु अपना कोठरी में फाँसी पर लटकल मिललन. कहल जा रहल बा कि ऊ नक्सलवाद का नाम पर हिंसावाद चलावे से नाराज रहलन. उनका एह बात के तकलीफ रहे कि उनकर सगरी प्रयास अकारथ गइल. कानू सान्याल अपना अन्तिम घरी में एकदम अकेला पड़ गइल रहलन. दुनिया उनका के छोड़ दिहले रहुवे त उहो दुनिया छोड़ के चल दिहलन. नक्सल आन्दोलन के जनक के अइसन दुर्दशा वाला मौत होखी केहू ना सोचले रहे.

पटना महावीर मन्दिर पर भक्तन के भारी भीड़

रामनवमी का दिने महान रामभक्त महावीर जी का मन्दिर पर माथा टेके वाला भक्तन के भारी भीड़ उमड़ेला. आजुवो उमड़ल बा. भीड़ अतना बा कि पटना जंक्शन से गाड़ी पकड़े वाला लोग के सलाह दिहल गइल बा कि करबिगहिया का तरफ से आईं. मन्दर का तरफ से जंक्शन पर घुसल मुश्किल बा.

बिहार के बागियन पर गडकरी के काबु नइखे

शॉटगन सिन्हा रोजे गडकरी का खिलाफ बयान दे रहल बाड़े, सीपी ठाकुरो कहत बाड़न कि गडकरी का टीम में महाराष्ट्र के लोग भरल बा. शाहनवाज अलगे बिछवना धइले बाड़े. आ एह सब कुछ का बीच गडकरी चुप्पी सधले बाड़न. जबकि पहिले ऊ कहले रहलें कि भाजपा में अनुशासनहीनता बर्दाश्त ना कइल जाई. असल बात बा कि गैर संघी भाजपा के संस्कृति से मेल ना खास. संघ पृष्ठभूमि के कार्यकर्ता अनुशासित रहेलें आ रहिमन चुप ह्वै बैठिये देखि दिनन को फेर में विश्वास राखेलें.

लोहिया का नाम पर पुलिस से अझुरइलें मुलायम

पिछला मुलायम सरकार का समय लखनऊ का लोहिया अस्पताल में लगावल लोहिया के मूर्ति के अनावरण चुनावी आचार संहिता का चलते ना हो सकल रहे. बाद मे मायावती के सरकार आ गइल त तीन साल से ऊ मूर्ति अनावरण खातिर छटपटात रहुवे. आपन मूर्ति लगवावे में व्यस्त मायावती के ध्यान ओह पर ना रहे. आखिर मुलायम सिहं काल्हु जबरन ओह मूर्ति के अनावरण कर दिहलें आ माला पहिरा दिहलें. एह दौरान पुलिस उनका के रोके के भरपूर प्रायस कइलस. एह खींचातान में सपा सांसद भगवती सिंह घवाहिल हो गइलें आ अस्पताल में भरती करावल गइलें.

बलिया में भीषण आग में दू गो मासूम जर गइलें

शिवपुर दियर का बयासी गाँव में लागल भयंकर आग में दर्जनो झोपड़ी राख हो गइल. एह दौरान दू गो मासूम ओह आग में जर के मर गइलें. एगो विकलांग युवती गम्हीराह झँउस गइल बिया. हर साल गरमी का सीजन में एह तरह के अग्निकाण्ड होत रहेला. जाड़ो का समय बोरसी से आग लागत रहेला. दूर दराज के गाँवन तके दमकल समय पर ना चहुँप पावे ओहू से नुकसान बेसी हो जाला.

कोलकाता का पार्क स्ट्रीट में भयंकर आग.

कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में डेढ़ सो साल पुरान स्टीफेन कोर्ट काल्हु आग से राख हो गइल. कहल जात बा कि शार्ट सर्किट का चलते एगो लिफ्ट में आग लागल जवन कि तुरते पसर गइल. दमकल के चालीस गो गाड़ी आ तीन सौ कर्मचारी चार घंटा का मशक्कत का बाद आग पर काबू पवलें. करीब एक दर्जन लोग के बहुते खराब झँउसल हाल में बाहर निकालल गइल बा. जबकि तेइस आदमी एह आग से मर गइल बाड़े.

अगिला हरित क्रांति के दौर पूर्वांचल से शुरु होखी

कृषि विशेषज्ञ लोग के कहनाम बा कि अगिलका हरित क्रांति पू्र्वांचल, बिहार, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के बड़का किसानन का खेत से शुरु होखी. छोटका जोतदार आधुनिक उपाय ना अपना सकस एहसे ओह लोग से कवनो उमेद राखल बेकार बा. पहिलका हरित क्रांति के गढ़ पंजाब, हरियाणा, आ पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्पादन अब थिरा गइल बा आ अपना उच्चतम सीमा पर बा.

देश के विकास खातिर एक अरब डॉलर के जरुरत बतवलें प्रधानमंत्री

योजना आयोग के बईठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चेतवलें कि तेज आर्थिक विकास के तय मान के चलल गलती होखी. कहलन कि एकरा खातिर कम से कम दस फीसदी के विकास दर हासिल करे के होखी आ बिनियादी ढाँचा खातिर करीब एक अरब डॉलर के जरुरत पड़ी. अतना बड़हन निवेश खातरि निजिओ क्षेत्र के सहयोग मिलल जरुरी बा. कहलन कि खुशी के बात बा कि कुछ राज्य सरकार अब सही दिशा में काम करे लागल बाड़ी सँ. बाकियो राज्यन के उहे रास्ता अख्तियार करे के जरुरत बा.

आईपीएल में खिलाड़ियन के बेसी रुपिया मिलल करी

बाप बड़ा ना भईया यारा सबसे बड़ा रुपैया. एह खेल में हर खेल के पछाड़े वाला क्रिकेट आ ओकरो में आईपीएल. एहमें फैसला लिहल गइल बा कि टीम अब अपना खातिर खिलाड़ी खरीदे में पैंतीस करोड़ रुपया तक खर्च कर सकेलीं सँ. पहिले ई सीमा पचीस करोड़ रुपिया के रहुवे. ललित मोदी कहले बाड़े कि पूरा नियम कायदा कुछ दिन में बता दिहल जाई. ई सीमा एह चलते लगावल गइल बा कि कवनो टीम सगरी बढ़ियका खिलाड़ी अकेलही मत खरीद लेव.

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