CNRRaoमाँ भारती के महान सपुत सीएनआर राव के जनम 30 जून 1934 के बैंगलोर में भइल रहे. 79 साल के हो चुकल चिंतामणि नागेश रामचंद्र राव भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पावे वाला तिसरका वैज्ञानिक हईं. इहा से पहिले इ सम्मान सी वी रमन आ राष्ट्रपति रहल एपीजे अब्दुल कलाम के मिलल बा.

महान वैज्ञानिक सीएनआर राव के एकरा से पहिले अउरिओ अनेके सम्मान मिलल बा जवना में पद्म श्री, पद्म विभूषण, ह्युजेस मेडल, भारत विज्ञान पुरस्कार, अब्दुस सलाम पदक, डैन डेविड पुरस्कार, वगैरह शामिल बा.

मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर आ फेरु अमरीका के पुरदुवे विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट के डिग्री लिहला क बाद प्राध्यापक राव कैलिफोर्निया अउर बर्कले विश्वविद्यालय में शोध सहयोगी (रिसर्च एसोसिएट) रहल बानी. भारत लवटला प सबसे पहिले बंगलौर के भारतीय विज्ञान संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस) में काम कइल शुरू कइनी. फेर आईआईटी कानपुर में कुछ समय काम कइला के बाद दोबारा बंगलौर वापस आ गइनी. रसायन शास्त्र के ज्ञाता एह वैज्ञानिक के अधिकतर काम घन-अवस्था अउर संरचनात्मक रसायन शास्त्र के क्षेत्र में बा.

इहें के द्वारा बंगलौर में मटेरियल विज्ञान केन्द्र अउर ठोस अवस्था रसायनिक इकाई (सॉलिड स्टेट कैमिकल यूनिट) के स्थापना भइल जवन भारतीय विज्ञान संसार खातिर एगो बहुत बड़का कदम मानल जाला. वैज्ञानिक राव अबले नाहियो त 45 गो किताब आ 1500 से अधिका शोधपत्र लिख आ प्रकाशित करा चुकल बानी. इहाँ के लगे 50 गो डॉक्टरेट उपाधिओ ना. आज इहाँ के ज्यादातर वैज्ञानिक दोस्त लोग सेवानिवृत्त हो गइल बा पर इहाँ के आजुओ पहिलही लेखा सक्रिय बानी. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के सदस्य के तौर पर काम कइला के बाद, राजीव गांधी, एचडी दैवेगोड़ा, अउर आईके गुजराल के कार्यकाल में परिषद के अध्यक्षो पद पर काम कइले बानी आ आजुओ प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद में अध्यक्ष के तौर पर आपन योगदान दे रहल बानी.

– निरज कुमार सिंह

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By Editor

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