भारत के पहिलका स्वाधीनता संग्राम के पहिलका शहीद सेनानी मंगल पाण्डेय के 156वां बलिदान दिवस का मौका पर दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में भोजपुरी समाज दिल्ली काल्हु ८ अप्रेल के एगो श्रद्धांजलि सभा आ विचार गोष्ठी क आयोजन कइलस. एह सभा के संबोधित करत भोजपुरी समाज के अध्यक्ष अजीत दुबे मंगल पाण्डेय के भारत के आजादी के असली सूत्रधार बतावत कहलन कि मंगल पाण्डेय के शहादत देश में राष्ट्रीय चेतना आ नवजागरण के एगो नया लहर पैदा कइलसि जवन देश के आजादी ला बाद में भइल आंदोलनन के प्रेरणा आ दिशा दिहलसि.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आ लोकसभा उपाध्यक्ष करिया मुंडा कहलन कि हमनी के देश के इतिहास हमहन के पुरखन के निःस्वार्थ देश भक्ति, अदम्य साहस, वीरता, त्याग, तपस्या आ बलिदान से भरल बा. ओह लोगन के प्रासंगकिता आजुओ मौजूद बा आ जरूरत एह बात क बा कि हम अपना पुरखन का बारे में पढ़ीं. उनुका बारे में जानीं, ओह लोगन पर गर्व करीं आ ओह लोग से प्रेरणा लीं. देश के जनमानस में मंगल पाण्डेय के याद बनवले राखे ला भोजपुरि समाज केंद्र आ दिल्ली सरकार से कुछ मांग कइलसि. जइसे कि सी.बी.एस.ई. समेत देश के सगरी केंद्रीय बोर्ड का किताबन में शहीद मंगल पाण्डेय के क्रांतिकारी जीवनी के शामिल कइल जाव, पूर्वांचल इलाका से चले वाली कवनो प्रमुख एक्सप्रेस रेलगाडी के नाम शहीद मंगल पाण्डेय के नाम पर राखल जाव आ दिल्ली के कवनो बड़हन पार्क, मेट्रो स्टेशन, बस टर्मिनल आ अस्पताल के नामकरण शहीद मंगल पाण्डेय के नाम पर कइल जाव.
दिल्ली के मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव आ विधायक मुकेश शर्मा ने दिल्ली सरकार क ओर से भरोसा देत कहलन कि मंगल पाण्डेय के विचार जन्दा राखे ला उत्तम नगर में जल्दिए बने जात अस्पताल के नाम मंगल पाण्डेय के नाम पर राखल जाई आ बाकिओ मांगन पर विचार कइल जाई.
केंद्रीय मंत्री रहल अनिल शास्त्री कहलन कि मंगल पाण्डेय के नाम पर देश में एगो नया केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करे के चाहं आ ऊ एह बात के माँग भोजपुरी समाज के माध्यम से प्रधानमंत्री से करीहें.
एह मौका पर सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, राज्यपाल आ केंद्रीय मंत्री रहल भीष्म नारायण सिंह, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष डा॰ योगानंद शास्त्री, कांग्रेस नेता डा॰ भोला पाण्डेय वगैरहो आपन विचार रखलें. कार्यक्रम के संचालन भोजपुरी समाज दिल्ली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभुनाथ पाण्डेय कइलन. एह मौका पर इंडियन स्कूल आफ म्यूजिक के विद्यार्थी देशभक्ति गीत गवलें.
(भोजपुरी समाज के हिन्दी प्रेस विज्ञप्ति से)
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