भोजपुरी सिनेमा के स्वर्णिम साल का मौका पर पटना में सात दिन के एगो भोजपुरी फिल्म महोत्सव होखे वाला बा. एकर आयोजक हवे पटना के सिने सोसाइटी, प्रस्तुत करी पटना के इलेक्ट्रोनिक मीडिया आ एह में सहयोग करी पटना के बिहार आर्ट थियेटर.
महोत्सव के आयोजन पटना गाँधी मैदान का बगल में कालिदास रंगालय में कइल गइल बा.
पहिला दिने 20 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से कार्यक्रम के शुरूआत मंच पर सम्मानित अतिथियन के आगमन आ स्वागत से होखी. सवा एक बजे कार्यक्रम के भव्य उदघाटन होखी. एकरा बाद डेढ़ बजे गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो के निर्माण कहानी बतावत पुस्तिका आ ‘महोत्सव स्मारिका’ के विमोचन करावल जाई. तेकरा बाद सम्मानित अतिथि संबोधन दीहें आ सवा तीन बजे एगो वृतचित्र ‘भोजपुरी सिनेमा का पचास साल – दशा और दिशा’ के पहिला बेर देखावल जाई. पहिला दिन के कार्यक्रम के समाप्ति भोजपुरी में बनल पहिलका फिलिम “गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो” के देखवला से होखी. फिलिम साँझ चार बजे से देखावल जाई.
दोसरका दिने 21 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से पहिलका रंगीन भोजपुरी फिलिम ‘दंगल’ देखावल जाई. फेर साँझ चार बजे अतिथि कलाकारन के स्वागत आ साक्षात्कार होखी. फेर साँझ पाँच बजे से भोजपुरी फीचर फिलिम ‘देसवा’ देखा के एह दिन के समापन होखी.
तिसरका दिने 22 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से भोजपुरी फीचर फिलिम “हमार देवदास” देखावल जाई. एकरा बाद अतिथि कलाकारन के स्वागत आ साक्षात्कार होखी आ साँझ बजे से फीचर फिलिम “ससुरा बड़ा पैसे वाला” देखा के तिसरका दिन के कार्यक्रम खतम होखी.
चउथा दिने 23 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से फीचर फिलिम “जिनगी ह गाड़ी – सईयां ड्राईवर बीबी खलासी” देखावल जाई. फेर अतिथि कलाकारन के स्वागत सत्कार का बाद साँझ पाँच बजे से फीचर फिलिम “रणभूमि” देखावल जाई.
पाँचवा दिने 24 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से फीचर फिलिम “पंडित जी बताईं ना बियाह कब होई” देखावल जाई. फेर अतिथि कलाकारन के स्वागत सत्कार का बाद साँझ पाँच बजे से फीचर फिलिम “दगाबाज बलमा” देखावल जाई.
छठवाँ दिने 25 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से फीचर फिलिम “कन्यादान” देखावल जाई. फेर अतिथि कलाकारन के स्वागत सत्कार का बाद साँझ पाँच बजे से वृतचित्र “बिदेसिया ऑफ बम्बई” देखावल जाई आ साँझ छह बजे से भोजपुरी के राष्ट्रीय पुरस्कार पावे वाल अकेला फीचर फिलिम “कब होइहें गवना हमार” देखावल जाई.
आखिरी दिने 26 अक्टूबर, 2013 के दुपहरिया एक बजे से फीचर फिलिम “बलम परदेसिया” देखावल जाई, चार बजे अतिथि कलाकारन के स्वागत आ साक्षात्कार का बाद वीणा सिनेमा, पटना के मालिक हीरा बाबू के खास सम्मान कइल जाई साँझ साढ़े चार बजे से.
एह आयोजन के निदेशक बाड़े विनोद अनुपम आ संयोजन करत बाड़े रविराज पटेल.
आयोजन के बारे में पहिलही बतावत जात बा कि एह में शामिल फिलिमन के कवनो खास तरीका से नइखे चुनल गइल. महोत्सव समिति के कहना बा कि अइसन कवनो दावा नइखे कि ई बढ़िए फिलिम हई सँ. अपना बेंवत आ समय का दायरा में रहत काम भइल बा. कोशिश बा कि तरह तरह के फिलिमन से दर्शकन के रुबरू करावल जाव.
अधिक जानकारी ला स्वागताकांक्षी विनोद अनुपम, महोत्सव निदेशक से 09472477941 आ रविराज पटेल, महोत्सव संयोजक से 09470402200 पर फोन कर के बात कइल जा सकेला.
(समिति के इमेल से)