सिनेमा भोजपुरी में संकट मोचन नाम से जानल जाए वाला मशहूर फिलिम फाइनेन्सर आ निर्माता सुजीत तिवारी बदहाली के दौर से गुजरत इंडस्ट्री के संकट से उबारे ला एगो बढ़िया पहल भोजपुरी फिलिम के निर्मातन से कइले बाड़न. सुजीत तिवारी ओह लोग से गोहार लगवले बाड़न कि अगर सिनेमाघर में दर्शकन के संख्या बढ़ावे क बा ओह लोग के सी फैक्टर पर काम करे के पड़ी.
एह सी फैक्टर का बारे में सुजीत बतवले कि भोजपुरी फिलिमन के ना चलला के कारण होला सी फेक्टर के अभाव. कहले कि फिलिमन में चार गो सी होला, कास्टिंग, कौस्ट्यूम, कोंनसेप्ट अउर कैमरा. भोजपुरी फिलिम बनावे वाला ना त किरदार मुताबिक कास्टिंग कर पावेलें, ना कौस्ट्यूम पर ध्यान देले. घिसल पीटल कहानी ले के कवनो कैमरा से शूट कर लेलें. इहे कारण बा कि आजु दर्शकन के प्यार भोजपुरी फिलिमन के नइखे मिलत. एहीसे सुजीत निर्माता लोगन से कहत बाड़न कि अगर एह सी फैक्टर पर ध्यान दिहल शुरू कर दीहें त बिना शक सिनेमा भोजपुरी के सुनहरा दौर फेरू शुरू हो जाई.
अपना सी पी आई मूवीज के बैनर से सुजीत तिवारी अनेके फिलिम परोसले बाड़न. उनुका आवे वाली फिलिमन में दूध का कर्ज, कच्चे धागे, जानी दुश्मन, प्रतिज्ञा २ अउर एगो मराठी फिल्म मध्यमवर्ग वगैरह शामिल बाड़ी सँ.
जानत चलीं कि पिछला दिने मुंबई के इस्कान मंदिर के सभागार में आयोजित एगो भव्य कार्यक्रम में आपकी आवाज़ फाउन्डेशन के अठवाँ प्रेस मीडिया अवार्ड में सुजीत तिवारी के सम्मानित कइल गइल.
(उदय भगत)