गउँवा गउँईं त गईंया भेंटइले (बतकुच्चन – 191)

by | May 28, 2015 | 0 comments

admin
भोजपुरी के खासियत ह कि एकरा में नया शब्द गढ़े के अपार बेंवत मौजूद बा आ इहे एकर कमजोरियो साबित हो जाले कई बेर. हिन्दी के विद्वान लोग जब भोजपुरी लिखे चलेला त अकसरहाँ ओह लोग के संस्कृतनिष्ठ हिन्दी आ व्याकरण बोध हावी रहेला आ फरक पड़ेला त बस क्रिया रूपन में. एहसे कई बेर लोग अपना हिन्दिए लिखलका के भोजपुरिया देला ओकर क्रिया रूप बदल के. आया गया के आइल गइल, अइनी गइनी वगैरह क के. बाकिर एह अइनी गइनी के एगो अउर रूप मिल जाला अँउई-गँउई का रूप में. हम ओहिजा गँउई त देखुईं कि बहुते भीड़ लागल बा. पहिले त सोंचुईं कि कवनो तर-तमाशा होखत होखी बाकिर भीड़ में ढुँकुईं त देखुईं कि सभे इहे देखे ला भीड़ लगवले बा कि भीड़ का देखे ला लागल बा! महानगरन में अइसन आएदिन होत रहेला. कवनो भीड़-भाड़ वाला जगहि पर रुक के ताके लागीं कुछ देर. गँवे-गँवे बाकिओ कुछ लोग देखे लागी कि का देखत बानी आ फेर भीड़ से रउरा धीरे से फरका निकल के तमाशा देखत रहीं. भीड़ देर ले बनल रही बस भीड़ के लोग बदलत रही.

बतकुच्चनो में हम अइसने भीड़ लगावे के फेरा में रहीलें. कुछ चरचा चला दिहल जाव त कुछ अउरी लोग एह पर अपना तरह से चरचा करे लागी आ एह तरह से एगो बड़हन दायरा में चरचा के शुरुआत हो सकेला. अब अइसन होखत बा कि ना से त पता ना चले काहे कि लोग पढ़ेला आ पढ़ के सरक लेला दोसरा पन्ना पर, दोसरा पाठ पर. केहू के अतना फुरसत ना रहे कि एह पर आपन टिप्पणी अखबार के संपादक का लगे भा बतकुच्चन करे वाला लगे करो. बाकिर हम रउरा सभे के अनदेखी का चलते आपन काम कइसे छोड़ दीं. से हम त आपन बतकुच्चन करत रहब.

आज गँउई के चरचा करे लगनी त धियान में आइल कि गँउवा आ गँईआ के तुक एह से मिलत बा आ ओहू पर चरचा कइल जा सकेला. गँउवा अपना गाँव का बारे में कहीं भा अपना गाँव के कवनो आदमी के बारे में. राह पेड़ा में भेंटाइल अपना कवनो गँउवा से अपना गँउवा के चरचा करे मे आनन्द अउरी बढ़ जाला अगर ऊ गँउवा आपन गँईआ रहल होखे. गाँव आ गाँव वाला का बारे में गँउवा के इस्तेमाल होखेला आ अपना गोल में आपन साथी रहेवाला ला गँईआ के. गँईआ माने टीम में साथी. अब टीम कवनो खेल के होखे भा कवनो दोसरा बात के. बाकिर गईंआ खेल के साथी खिलाड़ी ला अधिका कहल जाला. दोसरा टीम के खिलाड़ी गँईआ ना होखे राउर.

Loading

0 Comments

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

संस्तुति

हेल्थ इन्श्योरेंस करे वाला संस्था बहुते बाड़ी सँ बाकिर स्टार हेल्थ एह मामिला में लाजवाब बा, ई हम अपना निजी अनुभव से बतावतानी. अधिका जानकारी ला स्टार हेल्थ से संपर्क करीं.
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN

अँजोरिया के भामाशाह

अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi


सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.


अबहीं ले 10 गो भामाशाहन से कुल मिला के पाँच हजार छह सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.


(1)


18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(3)


24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया


(4)

18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(5)

5 अगस्त 2023
रामरक्षा मिश्र विमत जी
सहयोग राशि - पाँच सौ एक रुपिया


पूरा सूची


एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.


अँजोरिया के फेसबुक पन्ना

Categories

चुटपुटिहा

सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से


अउरी पढ़ीं
Scroll Up