बलिया का श्रीराम विहार काॅलोनी में स्थित ‘पाती’ कार्यालय में विश्व भोजपुरी सम्मेलन के बलिया ईकाई का तरफ से आयोजित एगो कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान से निराला पुरस्कार से सम्मानित आ भोजपुरी अउर हिन्दी के चर्चित कवि भगवती प्रसाद द्विवेदी के सम्मानित कइल गइल. भगवती प्रसाद द्विवेदी के ई पुरस्कार उहाँके हिन्दी कविता संग्रह ‘नई कोंपलो की खातिर’ दिहल गइल बा.
एह आयोजन में भगवती बाबू के सम्मानित करत ‘पाती’ संपादक आ विभोज बलिया के संरक्षक डा॰ अशोक द्विवेदी कहनी कि भगवती बाबू के मिलल सम्मान से बलियो के सृजनधर्मी लोग अपना के गौरवान्वित महसूस करत बाड़े.
एह मौका पर एगो कवि गोष्ठी के आयोजनो भइल जवना में मऊ से पधारल लोकप्रिय गीतकार डा॰ कमलेश राय आ पटना से आइल कवि कथाकार तुषारकान्त उपाध्याय के अभिनन्दन भइल. डा॰ कमलेश राय आ भगवती प्रसाद द्विवेदी के कवितन के आनन्द लेत बलियो के कवि आपन आपन कविता सुनवले. भगवती बाबू के कविता के पंक्ति ‘तुम्हें मुबारक रश्मि दूधिया चकाचौंध वाली / हम तो दियना-बाती, तम में जलते जाएगें’ अउर डा॰ कमलेश के कविता के पंक्ति ‘हम गीत के बहाने से पीर गुनगुनाईं / खन में दिया जराईं, खन में दिया बुताईं’ के सभे खूब सराहल.
एह कवि गोष्ठी में कविता पाठ करे वालन में हीरालाल ‘हीरा’, कन्हैया पाण्डेय, शशि प्रेमदेव, शंकर शरण, रामेश्वर सिंह, नवचंद तिवारी, आ शिवजी पाण्डेय रसराज समेत अनेके कवि शामिल भइलें.
भगवती प्रसाद द्विवेदी के बहुत-बहुत बाधाई……..