– जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
आजु हमरा के नियरा बईठा के
बाबूजी बहुते कुछ समुझवनी ह ।
दुनियाँ – समाज के रहन सभ
हमरा के विस्तार मे बतवनी ह ॥ बाबूजी बहुते कुछ….
राजनीति के रहतब-करतब
एने-ओने के ताक-झाँक
बोली-ठिठोली के मतलबो आ
नीक-निहोरा क आईना देखवनी ह ॥ बाबूजी बहुते कुछ….
लोक-परब के मर्यादा भी
बेमतलब के अक-बक मे
साँच-झूठ आ सुभूमि-कुभूमि
जीयला क मरमो बतवनी ह ॥ बाबूजी बहुते कुछ…
घर दुअरा के सिकुड़न मे
रिस्ता निभवला के बिपत होला
हाड़ी पतरी अउरो गाँव देहात मे
परसिद्ध मनईन के चरित्तर जनवनी ह ॥ बाबूजी बहुते कुछ….
एगो अलगा पहचान के मंतर
समवेत स्वरन के अनंतर से
मिजाज के नेह-छोह क उड़ान
मित्तर-संहतिया के माने गुनवनी ह ॥
बाबूजी बहुते कुछ समुझवनी ह ॥
संक्षिप्त परिचय
जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
इंजीनियरिंग स्नातक. कम्प्यूटर व्यापार मे सेवा खाति तत्पर रहला का साथही हिन्दी आ भोजपुरी लेखन मे संलग्न. भोजपुरी पंचायत पत्रिका, मैना (भोजपुरी साहित्य की उड़ान), वर्तमान अंकुर हिन्दी दैनिक, दी न्यू एज रिपोर्टर (हिन्दी साप्ताहिक), ड्रीम लाइन एक्सप्रेस (हिन्दी साप्ताहिक) जइसन पत्र पत्रिकन में लगातारे प्रकाशित होखेले. भोजपुरी पंचायत पत्रिका के वेव टीम में ‘मैनेजिग एडिटर’.
संपर्क सूत्र:
सी-39 ,सेक्टर – 3
चिरंजीव विहार , गाजियावाद (उ. प्र.)
फोन : 9999614657