गजल

by | Jul 25, 2010 | 5 comments

Dr.Ashok Dvivedi

– डा॰अशोक द्विवेदी

कम में गुजर-बसर रखिहऽ!
घर के अपना, घर रखिहऽ!

मुश्किल-दिन जब भी आवे
दिल पर तूँ पाथर रखिहऽ.

जब नफरत उफने सोझा
तूँ ढाई आखर रखिहऽ.

आपन बनि के जे आवे
सब पर खास नजर रखिहऽ.

दर्द न छलके ओठन पर
हियरा के भीतर रखिहऽ.

एह करिखाइल नगरी में
दामन तूँ ऊजर रखिहऽ.


अँजोरिया पर डा॰ अशोक द्विवेदी के दोसर रचना

Loading

5 Comments

  1. रामरक्षा मिश्र विमल

    “घर के अपना, घर रखिहऽ!”-एगो अनुभवी आ सधल बात.जीवन के असली मर्म आ गइल बा एमें.एसे सबसे दमदार शेर लागल.
    – रामरक्षा मिश्र विमल

  2. दिवाकर मणि

    जब नफरत उफने सोझा
    तूँ ढाई आखर रखिहऽ.
    ————-
    एह करिखाइल नगरी में
    दामन तूँ ऊजर रखिहऽ.
    ————-

    ई रचना पढ़ि के बस मन से इहे निकलत बा कि- “का बात…का बात….का बात….”

  3. Ganesh Jee "Bagi"

    छोट बहर मे ग़ज़ल कहल तनी टेढ़ काम होला साथ मे काफिया आउर रदिफ़ के साथ पूरा न्याय कईल ए ग़ज़ल के नूर मे चार चाँद लगावत बा , बहुत ही निमन ग़ज़ल रौवा कहले बानी , हमार बधाई स्वीकार करी, धन्यवाद ,

  4. संतोष पटेल

    जब नफरत उफने सोझा
    तूँ ढाई आखर रखिहऽ.

    bahut nik gazal…

    bhojpuri ke mahan sewak adarniya dr.ashok dwivedi ji ke ee rachana bahut sundar…..
    gadh aur padh dunu khal ke rachnakar …. ke
    sadhuvad
    santosh patel
    sampadak: bhojpuri jinigi

  5. आशुतोष कुमार सिंह

    जब नफरत उफने सोझा
    तूँ ढाई आखर रखिहऽ.

    ई पंक्ति दिल के छू गइल. जिनगी के सभ दर्शन एह पंक्ति में समा गइल बा. अशोक जी, हमार नमस्कार स्वीकार करीं.

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

संस्तुति

हेल्थ इन्श्योरेंस करे वाला संस्था बहुते बाड़ी सँ बाकिर स्टार हेल्थ एह मामिला में लाजवाब बा, ई हम अपना निजी अनुभव से बतावतानी. अधिका जानकारी ला स्टार हेल्थ से संपर्क करीं.
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN

अँजोरिया के भामाशाह

अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi


सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.


अबहीं ले 10 गो भामाशाहन से कुल मिला के पाँच हजार छह सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.


(1)


18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(3)


24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया


(4)

18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(5)

5 अगस्त 2023
रामरक्षा मिश्र विमत जी
सहयोग राशि - पाँच सौ एक रुपिया


पूरा सूची


एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.


अँजोरिया के फेसबुक पन्ना

Categories

चुटपुटिहा

सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से


अउरी पढ़ीं
Scroll Up