– ओ. पी. सिंह

देश के बैंकिंग क्षेत्र में मिलल घोटाला का बाद कांग्रेसी गोल चहके लागल बाड़ें. एह लोग के तर्क बा कि जेकरा राज में घोटाला धराइल, घोटाला ओकरे राज के मानल जाई आ एह तरह ई मोदी सरकार में भइल अतना बड़ घोटाला बा जतना बड़ घोटाला देश के इतिहास में दोसर ना भेंटाई. वाह, ई तर्क लाजबाब करि दिहलसि. दोसर शिकायत बा कि ई कइसे होखत बा कि सगरी बड़का घोटालाबाज धराए से पहिलहीं देश से भाग निकलत बाड़ें सँ. तिसरका बाति कहाता कि नीरव मोदी नरेन्द्र मोदी के रिश्तेदार हउवें. चउथका बाति कहाता कि नरेन्द्र मोदी का संगे देवास सम्मेलन में नीरव मोदी उनुका साथे एगो मंच प खड़ा लउकल रहलें आ ओकर फोटउवो खूब देखावल जा रहल बा.
अब अतना मसाला मिल जाव आ बतंगड़ा एह पर आपन बतंगड़ ना बूने, ई कइसे हो सकेला. त चलीं एक एक करि के कांग्रेसी तर्क उठावल जाव. बाकिर ओहू ले पहिले देश में इमरजेन्सी लगावे वाली, देश से गरीबी खतम क देबे वाली इन्दिरा गाँधी के दूरदर्शी होखला के तारीफ क लीहल जाव. अगर ऊ बैंकन के राष्ट्रीयकरण ना कइले रहती त नागरवाला कांड कइसे होखीत. बाजपेयी सरकार का बाद बनल यूपीए सरकार अतना बड़हन बैंक घोटाला कइसे कर पाइत. सचहूँ इन्दिरा जी महान रहली. पुश्त दर पुश्त के कमाए खाए के इन्तजाम करा गइली. आ उनुको से महान अइली उनुकर पतोहु. इनका कारनामन के उजागर भइला के लर कहिया टूटी कुछऊ ना कहल जा सके. देखीं ना, मोदी सरकार के चार बरीस से अधिका बीत गइल आ आजु ले ई लोग कांग्रेसे के कइला धइला के चरचा करे में लागल बा. अपना से कुछ ना हो सकल एह लोग से जवना से मीडिया वालन के रोजी रोजगार में सहायता मिलित. आ घोटालो उजागर करे में एह लोग के अतना समय लाग जात बा. ऊ त पीएनबी के ओह अधिकारी के रिटायरमेंट ना भइल रहीत आ नयका अधिकारियन के खेवा खरचा दे दिहले रहीतन सँ त अबहीं ई धंधा अउरी पता ना कतना बरीस ले चलल रहीत. एहसे एह घोटाला के सगरी दोष मोदिए सरकार प लगावल सही होखी.
घोटालाबाजन के भागे का आरोप प कांग्रेसी गोल के सलाह मान लीहल जाव कि जवना जवना लोग प घोटाला के आरोप बा ओह लोग के भागे से पहिलहीं आ दोषी निकलला से पहिलहीं गिरफ्तार क लीहल जाव त फेरु सबले बेसी कांग्रेसिए चिल्लइहें. काहें कि तब जमानत प चलत सोनिया गाँधी आ राहुल गाँधी, जमीन घोटाला के आरोपी रॉबर्ट वाड्रा समेत एनडीटीवी वाला प्रणव राय, पी चिदम्बरम, कार्ति चिदम्बर वगैरह सभकर पासपोर्ट रद क के गिरफ्तार क लेबे के चाहीं कि जब दोष साबित होखे का कगार प आवे त ई लोग देश छोड़ के भाग मत जासु. कइसन रही अगर मोदी सरकार एकर फैसला क लेव ?
अब चलीं नीरव मोदी आ नरेन्द्र मोदी के रिश्तेदारी का सवाल प. अगर कांग्रेसियन के बाति मान लीहल जाव त करमचन्द गाँधी राजीव गाँधी के नाना रहलें, मुकुल बनर्जी आ ममता बनर्जी एके परिवार के हवे लोग, प्रियंका वाड्रा राहुल गाँधी के केहू ना हई, वगैरह वगैरह.
आ रहल बाति घोटालाबाजन का साथे नरेन्द्र मोदी के फोटौ होखला के त एगो फोटो एह घरी खूब चमकावल जा रहल बा जवना में नेशनल हेराल्ड घोटाला वाला केस में जमानत प चलत आरोपी राहुल गाँधी के मोदी से हाथ मिलावल देखावल जा रहल बा. कवन अइसन कांग्रेसी घोटाबाज नेता बा जवना के फोटो मोदी संगे ना खोजल जा सके. सही भा गलत जवाहर लाल के छिनरपन देखावत कतने फोटो एह घरी सोशल मीडिया प कूदत बा कि ना ? त का नेहरु के कुचरितरा मान लीहल जाव ?
आ आखिर में इहो धिरवला बिना ना रहि सकीं कि पीएनबी घोटाला के पूरा थाह अबहीं ले सोझा नइखे आ पाइल. पूरा गिरोह के गिरोह लागल बाड़ी सँ कि कवना तरह एह घोटाला के दबावल जा सके. पब्लिक के बूड़बक बनावे में बैंकिंग सिस्टम, देश के वित्त मंत्रालय के घाघ अधिकारी, मीडिया के पोसुआ कुकुर सभे लाग गइल बा. मोदी चुप बाड़न काहें कि ऊ बोलसु ना बाकिर उनुका वार से अबहीं ले कवनो के बाचत नइखीं देखले. बस वार कब होखी एकर अंदाज ना लगावल जा सके. तबले चोरन के शोर मचा लेबे दीं. आखिर कुकुरनो के त भूंके के आजादी दीहल गइल बा संविधाल में. देखनी ना कि भारत तेरे टुकड़ें होंगे, इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह के नारा लगावे वाला कुकुरन के कइसन आजादी बा ?

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By Editor

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