तोहरा से राजी ना ए बलमुआ, तोहरा से राजी ना – बतंगड़ 78

by | Apr 23, 2018 | 0 comments


– ओ. पी. सिंह
फगुआ बीत गइल बा आ अब चइत चलत बा. परम्परा का हिसाब से चइत में फगुआ ना गआव बाकिर मौका प एह ले बढ़िया कवनो लाइन याद नइखे पड़त त एकरे इस्तेमाल क लिहनी ह. एगो फगुआ में सुनले रहीं ई गीत – तोहरा से राजी ना ए बलमुआ, तोहरा से राजी ना. हम के नींबुआ बिना तरसवले बलमुआ तोहरा से राजी ना.

सब कुछ मिलला का बादो एह गीत के नायिका के शिकायत रहिए गइल कि ओकरा नींबू खाए के मन रहुवे आ ऊ ना ले आइल ओकर बलमुआ. कुछ कुछ इहे हाल हो गइल बा देश के. जनता के मोदी से बहुते शिकायत बा, खास क के ओह लोग के जे पिछला लोकसभा चुनाव में भाजपा के भोट ना दिहले रहुवे. ऊ लोग जब ना तब 15 लाख रुपिया के तगादा करत रहत बा. दोसर शिकायत ओहु लोग के होखे लागल बा जे पिछला चार बरीस से सरकार में साथे रहल. लोग बाग मजाक में कहेला कि संघतिया मतलब जे संगे रहि के घात करे. तेलुगू देशम पार्टी के शिकायत बा कि ओकरा राज्य के विशेष दर्जा काहे नइखे देत केन्द्र सरकार. केन्द्र करे त का करे. कायदा कहत बा कि उत्तर पुरुब के राज्यन का अलावे कवनो दोसरा राज्य के विशेष दर्जा ना दीहल जा सके बाकिर तेदेपा के जिद बा कि ना विशेष दर्जा चहबे करी. बिहारो के मांग चलल आवत बा एही विशेष दर्जा के बाकिर जदयू मे अतना समुझ बाकी बा कि ऊ एकरा ला जिदियात नइखे. अगर आंध्र जइसन राज्य के विशंष दर्जा दे दिआव त कुछेके राज्य बाची जे ओकरा ले बेहतर बा ना त करीब करीब सभे विशेषे राज्य हो जाई. भर गाँवे छँटुआ हो जाई त असत छँटुआ त उहे नू रही जे बाच गइल होखे.

बाकिर एहिजा असल कारण कुछ फरके बा. गोरखपुर आ फूलपुर उपचुनाव हारते विपक्षियन के लागे लागल बा कि मोदी के हरावल मुश्किल नइखे. बस उनुका खिलाफ सगरी गोल एक जुट हो के लड़े. बिहार में एकर पहिला प्रयोग भइल बाकिर नीतीशे के बुझाइल होखी कि साँप आ नेवला के साझेदारी कइसन बीतेला. यूपी में गेस्ट हाउस कांड भुला के अखिलेश के बुआ जी अपना बबुआ के उमीदवारन के समर्थन दे दिहली आ उपचुनाव में बबुआ के गोल दुनु सीट जीत गइल. अब बबुए के मन जानत होखी कि बुआ के रिटर्न गिफ्ट दीहल कतना मुश्किल भा महँग पड़े जा रहल बा. दुनु सीट पर आपन जमानत जप्त करा के कांग्रेसी बबुआ एही प खुश बाडें कि भाजपा हार गइल. आपन जमानत जप्ती के उनुका कवनो अफसोस नइखे. खुशी बा कि मोदी हार गइलन.

आ देखते देखत बहुते बरियार लउकत मोदी सरकार कमजोर लउके लागल बिया. दावा से नइखे कहल जा सकत कि सोमार का दिने मोदी सरकार के आखिरी दिन होखी कि ना. आ याद आवत बा ऊ दिन जब हाराबाजी जइसन लागल रहे कि स्काईलैब पहिले गिरी कि मोरार जी के सरकार. तेदेपा छटक गइल बा, शिवसेना कोन्हियाइल चलत बा, शत्रु जइसन एकाध गो सांसद दगा दे देसु त भाजपा के बहुमत खतम आ ओकरा बाद शुरु हो जाई बाकिर संधतियन के घात.

भगवान मत करसु कि अइसन होखे. आ ई सभ देखि के एगो सीखो मिलत बा कि अगिला लोकसभा चुनाव में लोग एकजुट रहसु आ अगड़ा-पिछडा़, दलित-सवर्ण के दुश्मनी चाल से बच के रहसु. एगो सीट जीतला पर तस्लीमाबाद में लागल पाकिस्तान जिन्दाबाद आ भारत तेरै टुकड़े होंगे के नारा के ट्रेलर समुझीं. फिलिम अबहीं बाकी बा दोस्त.

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