कविता साहित्य भड़ास सितम्बर 20, 2012 OmPrakash Singh – नीमन सिंह दिल में गुबार एतना बा कि जहिया निकाल दी एह दुनिया के दानव के ना लागी पता हो जइहें खाक सब जल जाई. रही ना आतंक…