अरविंद ‘अकेला’ के काव्य संग्रह ‘अँजुरी भरि गीत’ के लोकार्पण
पिछला दिने गोरखपुर मेें भोजपुरी संगम के तत्वाधान मेें अरविंद ‘अकेला’ के काव्य संग्रह ‘अँजुरी भरि गीत’ का लोकार्पण डॉ.आद्या प्रसाद द्विवेदी के अध्यक्षता आ डॉ.फूलचंद प्रसाद गुप्त के संचालन…
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पिछला दिने गोरखपुर मेें भोजपुरी संगम के तत्वाधान मेें अरविंद ‘अकेला’ के काव्य संग्रह ‘अँजुरी भरि गीत’ का लोकार्पण डॉ.आद्या प्रसाद द्विवेदी के अध्यक्षता आ डॉ.फूलचंद प्रसाद गुप्त के संचालन…
गोरखपुर भोजपुरी संगम केे 169 वीं ‘बइठकी’ 66, खरैया पोखरा, बशारतपुर में चंद्रगुप्त वर्मा ‘अकिंचन’ केे अध्यक्षता अउर अवधेश ‘नंद’ के संचालन में कइल गइल. बइठकी के पहिलका सत्र में…
बरीसन से गोरखपुर में भोजपुरी के काम में लागल भोजपुरी संगम के 168 वीं बइठकी पिछला दिने चंदेश्वर ‘परवाना’ का अध्यक्षता आ अवधेश ‘नंद’ के संचालन में 66, खरैया पोखरा,…
गोरखपुर में भोजपुरी के सबले पुरान संस्था भोजपुरी संगम के 165 वीं ‘बइठकी’ दीपावली के उपरि बेरा 66, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर स्थित संस्था कार्यालय में वागीश्वरी मिश्र ‘वागीश’ के…
गोरखपुर के ‘भोजपुरी संगम’ के 162 वीं ‘बइठकी’ स्व.सत्तन जी का आवास पर, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर में इं.राजेश्वर सिंह के अध्यक्षता अउर चन्देश्वर ‘परवाना’ के संचालन में पिछला दिने…
हालही में गोरखपुर ‘भोजपुरी संगम’ अपना संस्थापक स्व. सत्यनारायण मिश्र ‘सत्तन’ जी के पुण्य स्मृति में ‘सत्तन सम्मान समारोह – 2023’ के सफल आयोजन गोरखपुर के प्रेस क्लब सभागार में…
हालही में गोरखपुर ‘भोजपुरी संगम’ के 160 वीं ‘बइठकी’ स्व.सत्तन जी के आवास पर, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर में वागेश्वरी मिश्र ‘वागीश’ के अध्यक्षता अउर चन्देश्वर ‘परवाना’ के संचालन में…
– सृजन गोरखपुरी गोरखपुर के संस्था ‘भोजपुरी संगम’ के 151 वीं ‘बइठकी’ खरैया पोखरा, बशारतपुर में संस्था कार्यालय में वागीश्वरी मिश्र ‘वागीश’ के अध्यक्षता अउर अवधेश शर्मा ‘नन्द’ के संचालन…
‘भोजपुरी संगम’ के 144 वीं ‘बइठकी’ भइल त रहे कुछ दिन पहिले आ समय पर खबर मिलियो गइल रहुवे. बाकिर हमार एंजियोप्लास्टी के ऑपरेशन का चलते देरी से प्रकाशित कर…
‘भोजपुरी संगम’ के 138 वीं ‘बइठकी’ कोरोना प्रोटोकॉल के नाते ‘गूगल मीट’ एप से ऑनलाइन आयोजित भइल. अध्यक्षता सुभाष चंद्र यादव जी अउर संचालन अवधेश नंद आ ज्ञानेश्वर गुंजन जी…
“भोजपुरी में ऊ ताकत बा कि खाली रचना के बल पर एके स्थापित कइल जा सकत बा. दुनिया के अठारह देसन में भोजपुरी ओइसे बोलल जाला जइसे आपन भासा होखे.…