Tag: मालिनी अवस्थी
उदित नारायण आ मालिनी अवस्थी के पद्म पुरस्कारन ला चुनल गइल
by admin | Jan 25, 2016 | देश-दुनिया, भोजपुरी पट्टी | 0 |
दुअर्थी गीतन के वहिष्कार करे के गोहार लगवली मालिनी
by admin | Aug 28, 2013 | उत्तर प्रदेश, मनोरंजन | 0 |
भोजपुरी के मिठास आ खुशबू दुनिया में मालिनीओ के फइलावे दीं मनोज तिवारी !
by Editor | Aug 17, 2013 | भाषा, सभा समारोह, सरोकार | 7 |
‘‘नाच नचईया धूम मचईया’’ के मंच पर मालिनी अवस्थी
by OmPrakash Singh | Oct 15, 2011 | टीवी, मनोरंजन | 0 |
के बनी करोड़पति का हॉट सीट पर मालिनी अवस्थी
by OmPrakash Singh | Jun 23, 2011 | टीवी, मनोरंजन | 3 |
एह नयका सदी में भोजपुरी गीत गवनई
by OmPrakash Singh | May 30, 2011 | देश आ समाज, मनोरंजन, सरोकार | 3 |
जमशेदपुर में भोजपुरिया संग्राम
by OmPrakash Singh | Nov 18, 2010 | खबर, देश आ समाज, सरोकार | 0 |
त ओह समय मुँह काहे बंद रहे ?
by OmPrakash Singh | Oct 31, 2010 | देश आ समाज, मनोरंजन, सरोकार | 1 |
संस्तुति
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN
अँजोरिया के भामाशाह
अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi
सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.
अबहीं ले 10 गो भामाशाहन से कुल मिला के पाँच हजार छह सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.
(1)
18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(3)
24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया
(4)
18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(5)
5 अगस्त 2023
रामरक्षा मिश्र विमत जी
सहयोग राशि - पाँच सौ एक रुपिया
एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.
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चुटपुटिहा
सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से
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