डा॰ प्रभुनाथ सिंह के असामयिक निधन
भोजपुरी साहित्य के पुरनिया पुरोधा में गिनल जाये वाला आ भोजपुरी के संवैधानिक मान्यता दिलवावे खातिर सतत संघर्षशील रहल डा॰प्रभुनाथ सिंह के काल्हु रेलगाड़ी में हृदयाघात से मौत हो गईल. ७५ साल के डा॰प्रभुनाथ सिंह बिहार के छपरा जिला के मांझी थाना के मुबारकपुर गांव के रहलन.
प्रभुनाथ बाबू दिल्ली से छपरा जाये खातिर वैशाली एक्सप्रेस से सफर करत रहनी जब गोंडा का लगे उहां के तबियत बहुत खराब हो गईल. निश्चेष्ट पड़ल देख के अगल बगल के लोग जीआरपी के बोलावल. सोमार २९ मार्च के फजीरे बस्ती में जब उतार के अस्पताल ले जाईल गईल त पता चलल कि उहाँ के निधन हो चुकल बा. एह असमायिक निधन का चलते उहाँ के पोस्टमार्टम करावल गईल बा. पुलिस से समाचार पा के घर परिवार के लोग बस्ती चहुँप गईल बा. जहाँ से लोग अन्तिम संस्कार खातिर उनकर पार्थिव शरीर गांवे ले जाई लोग.
आरएसएस के छठवाँ संघ चालक मोहन भागवत
सुदर्शन आ मोहन भागवत
शनिचर २१ मार्च के नागपुर बईठक में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के वर्तमान संघचालक के एस सुदर्शन अपना खराब स्वास्थ्य का चलते स्वेच्छा से आपन पद छोड़ दिहलन आ उनुका जगह पर अब ले सरकार्यवाह रहल मोहन भागवत के संघ चालक बना दिहल गईल.
संघचालक माने कि संघ के चलावे वाला भा ओकर मुखिया आ सरकार्यवाह के मतलब चीफ एक्जेक्यूटिव आफिसर भा महामंत्री होला. संघ के ढांचा में ई दुनू पद बहुते महत्वपूर्ण होला. संघ में संघचालक के चुनाव ना होला. वरीय पदाधिकारी गुप्त रुप से बइठका करके अगिला संघचालक के चुन लेबेला लोग जवन कि समय अईला पर सबका के बता दिहल जाला.
नवीन चावला : एगो विवादित व्यक्ति
नवीन चावला के आखिरकार मुख्य चुनाव आयुक्त बनावे के एलान करिये दिहल गईल. संवैधानिक संस्थानन के गरिमा घटावे खातिर जानल जाये वाली कांग्रेस पार्टी का रिकार्ड में एगो आउरी करिखाईल पन्ना जोड़ दिहल गईल.
नवीन चावला के १३ मई २००५ के चुनाव आयुक्त बनावल गइल रहे आ ओहि दिन से चावला के विरोध शूरु हो गईल रहे. चावला के खासियत ई रहे कि :
लोकसभा चुनाव 2009 : कार्यक्रम
कुल सीट जवना पर चुनाव होखी = 543
पांच चरण में चुनाव 16 अप्रेल से ले के 13 मई का बीच करावल जाई. यूपी आ काश्मीर में पांच चरण में, बिहार में चार चरण में, महाराष्ट्र आ पश्चिम बंगाल में तीन चरण में, आंध्रप्रदेश, असम, दिल्ली, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मणिपुर, उड़ीसा, आ पंजाब में दू चरण में चुनाव करवावल जाई. बाकी जगहा एके चरण में चुनाव करवा लिहल जाई.
पूर्व राष्ट्रपति रामास्वामी वेंकटरमण
मंगल २७ जनवरी २००९ के पूर्व राष्ट्रपति रामास्वामी वेंकटरमण के निधन नयी दिल्ली का सैनिक अस्पताल में मूत्र संक्रमण का चलते हो गइल. ओहिजा उ पिछला पखवारा में भरती करावल गइल रहलें. वेंकटरमण के कई गो जीवनप्रणाली खराब हो गइल रहली स. एह शोक में देश में सात दिन के शोक घोषित कइल गइल बा. कैबिनेट का आपात बईठक में उनुका के राजकीय दाह संस्कार करे के फैसला कइल गइल. बीटिंग रिट्रीट आ प्रधानमंत्री के एनसीसी रैली रद्द कर दिहल गइल बा.
वेंकटरमण के उमिर ९८ साल के हो गइल रहुवे. रामास्वामी वेंकटरमण के जनम तँजावुर के पट्टूकोट्टाइ में ४ दिसम्बर १९१० के भइल रहुवे. बाद में चेन्नइ में पढ़ाई कइलन आ वकालत करे का दौरान आजादी का लड़ाई में कूद पड़लन. भारत छोड़ो आन्दोलन में उनुका दू साल के जेल के सजा मिलल. जेल से छूटला का बाद वेंकटरमण वकालत का संगे संगे मजदूर यूनियन खातिर काम करे लगलन आ एही क्रममें राजनीति में आ गइलन.