सम्हरिये बुढ़िया रे !

As on 17th Sept. 2007

घुघुआ मन्ना,
उपजे धन्ना,
नया भिति उठेला,
पुरान भिति ढहेला.
सम्हरिये बुढ़िया रे,
तोर सब खेत चरलसि
बाबू के भईंसिया.

लईकाईं में बड़ बूढ़ के गोड़ पर झुलुआ झूलत ई गीत कई हालि सुनले बानीं. रउरो में से अधिका लोग सुनलहीं होखी. आज ई बात कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गाँधी खातिर एतना सामयिक हो गईल बा कि ई लेख लिखत घरी ऊ कविता मन पड़ि गईल.

भारत के राजनीति समुझे खातिर इन्दिरा गाँधी के नकल कईले भर से काम ना चली. ईन्दिरा जी केहू के नकल करिके ना चलली. आपन राह हमेशा अलगा बनवली आ जे भी सामने आईल ओकरा से टकराये में कबहियों हिचकिचईली ना. ईंहा तक कि इमरजेन्सी लगावला जइसन अलोकतांन्त्रिक काम करत घरी भी ऊ टाँठ रहली. परिणाम भुगते के तइयार रहली. इन्दिरा गाँधी ओरिजिनल रहली. विरोधी भईला का बादो हम उनुकर पूरा सम्मान करेनीं, काहे कि इन्दिरा जी कबहियों समाज के भावना पर प्रहार ना कईली, देश के आत्मा पर प्रहार ना कइली, देह के जतना पिटाई कइले होखसु !

अनका घर से आईल पतोहिया जब घर के मालकिन बन जाले तऽ ऊ दू तरह से व्यवहार करेले. जे सांस्कारिक होखेले, पुरान प्रतिष्टित परिवार से आइल रहेले ऊ पूरा परिवार के एक साथ लेके चले में विश्वास करेले आ घर के एक जुट राखेले. नया नया पैसा वाला घर से आइल पतोहु के दिमाग तऽ पहिलहीं से खराब रहेला आ जब ऊ राजा के घर में आ जाव, तऽ पूछीं मत. सास के नकल कर के, उनुका लेखा झटकि के चल के, उनुके लेखा केश विन्यास आ बोलचाल के नकल करियो के ऊ परिवार के मूल भावना ना जान सके. नकल कतनो बढ़िया होखी, रही नकले. मूस मोटईंहे लोढ़ा होईंहे.

ईसाई समुदाय से आईल सोनिया गाँधी अपना पद का गरूर में भुला गईली कि एह देश के आत्मा हिन्दुत्व में बसेला. जहाँ तहाँ विधर्मी प्रभाव का चलते कुछ खराबी आ गईल बा बाकिर ले देके भारत के आत्मा हिन्दुत्व में बसेला. पूरा संसार में सम्प्रदाय के मामला में अतना खुलापन कवनो दोसरा संस्कृति में ना मिले. काहे कि बाकि सब सम्प्रदाय हिन्दू धर्म का बादे धरती पर आईल आ फईलल. हम धर्म आ सम्प्रदाय के अलग अलग बाति करत बानीं, तनी एहू पर ध्यान दिहल जाव. हिन्दुत्व सम्प्रदाय ना हऽ धर्म हऽ. धर्म शाश्वत होखेला. ऊ केहु का विचार भा मन्तव्य से बदले ना. प्राणि मात्र पर दया धर्म हऽ. दोसरा सम्प्रदाय के सम्मान आ स्वतन्त्रता दिहल धर्म हऽ, कमजोर पर दया देखावल धर्म हऽ. अंग्रेजी में धर्म के निकटतम शब्द रिलीजन ना, लॉ होला. रिलीजन सम्प्रदाय खातिर इस्तेमाल होखे के चाहीं धर्म खातिर ना. हिन्दूत्व माने वाला सम्प्रदाय ढेरे बाड़न. हो सकेला ओहमें से कुछ लोग के आजु ई बाति खराब लागे आ अपना बपसि के नाम बतावे में लाज लागे ओह लोग के, ऐहसे हम दोसरा सम्प्रदायन के नाम नइखीं लेत.

सम्प्रदाय के एगो भगवान होला, एगो गुरू, पैगम्बर, उपदेशक होला, एगो किताब होला जवन ओह लोग खातिर पावन होला, एगो पूजा पद्धति होला जवनामें कवनो फेर बदल ना हो सके, फेरबदल हो गईल तऽ ऊ नया सप्रदाय बनि जाई, पुरनका ना रह पाई. एगो सीमित सामाजिक दायरा होला जवना में बेटी रोटीके संबंध होला. हिन्दूत्व में ई सब में से कुछुवो नईखे. एक ना हजारन गुरु, एक ना करोड़न देवता. कवनो पूजा पद्धति ना, जेकर मन करे ओकरा के पूजऽ, जइसे मन करे वइसे पूजऽ. कवनो एगो धर्म ग्रन्थ ना. बेटी रोटी के भी खास बन्धन ना. बिल्कुल आजादी, जइसन कवनो दोसरा सम्प्रदाय में ना मिली.

ओह देश के आत्मा पर रावण भक्त सहयोगियन का बहकावा में आके, ईसाईयत का मापदण्ड के आधार पर कोर्ट में बाकायदा शपथ ले के कह दिहल कि राम झूठ हउवन, काल्पनिक चरित्र हउवन कहि के जवन ईश निन्दा के पाप कईल गईल बा ओकर सजाय ईसाई रिलीजन आ इस्लाम मजहब में मौत से कम ना हो सके. ई हिन्दुत्वे में हो सकेला कि अईसनका पाप कर्म करेवाला के भी माफ कर दिहल जाव. बाकिर माफी खातिर नौटंकी ना, आत्मा से माफी के आवाज आवे के चाहीं. कांग्रेस में अईसनका कुछुवो नईखे लऊकत. तू सेतु का समर्थन में जवन दोसर बाति कहतऽ राम के बीच में काहे ले अईलऽ ? का हिन्दूत्व के सर्वधर्मसमभाव का नीति का चलते दोसरा अल्पसंख्यक मजहबन का नेतृत्व में चलत सरकार के ईहे फर्ज हऽ ? कुछ दिन पहिले एह देश के राष्ट्पति मुसलमान, प्रधानमंत्री सिक्ख, सत्तारूढ़ गठबन्धन के नेता ईसाई, सरकार में अल्पसंख्यकपरस्तन के बहुतायत रहल. आजुवो खाली राष्ट्रपति बदलल बा बाकी सब पुरनके ढर्रा पर बा. सच्चर के फच्चर से देश में फेर एक हालि विभाजन के हालात पैदा करे के कोशिश हो रहल बाटे.

श्रीराम का मामिला पर सत्तारूढ़ गठबन्धन संप्रग के दलन का बीच के अन्तर सामने आवे लागल बा. द्रमुक रामविरोधी रहल बा, आजुवो बा, काल्हो रही. बाकिर नेशनल कांग्रेस आ लालू के राजद में अतना पतन नईखे हो गईल कि ऊ श्री राम के अवहेलना के बातो मन में ले आ सको. मायावती आ मुलायम थरिया कें बैंगन हउवन. अपना फायदा खातिर ऊ केहू के जूतियाईओ सकेलें तऽ कहियो माथो पर चढ़ा सकेलें. वामपंथी शुरुवे के नास्तिक हउवन बाकिर बंगाल के दूर्गापूजा कमिटियन में उनुकर बहुतायत रहेला. ऊहो खुल के श्री राम के विरोध ना करीहें. हल्का फुल्का बयानबाजी भलहीं कर लेसु.

दोसरा तरफ परमाणु समझौता का मामिला पर वामपंथ साफे छटक गईल लउकत बा. कांग्रेस का सामने पूरा दुनिया में आपन बेइज्जति करावल आसान नईखे, ऐहसे परमाणु समझौता पर उनुका आगे बढ़हीं के पड़ी. लेफ्ट का लाख चेतावनी का बादो. बाकिर दुलहवो के भाई आ कनियवो के भाई बनला पर दुनू तरफ से लात खाये के पूरा जोगाड़ बनि जाला.

सोनिया गाँधी सरकार में शामिल मंत्रियन के बीच का झगड़ा से अलगे परेशान बाड़ी. कांग्रेसी फितरत इहे हऽ कि नेता के चरणचुम्बन करत रहऽ आ अपना साथी के चूतड़ पर लात मारत रहऽ. नेता के भरमवले राख आ आपन उल्लू सीधा करत रहऽ. अम्बिका सोनी सोनिया के नजदीकी बाड़ी तऽ उनुका पर लांछन लागा के हटवा दऽ आ अपना सटे के इन्तजाम करि लऽ.

ले देके ई हप्ता सोनिया जी खातिर वइसने बा.

सम्हरिहे बुढ़िया रे !