अइसन सुन के बहुते नीक लागेला, कहलें शुभम तिवारी

भोजपुरी सिनेमा में अब बुद्धिजीवी वर्ग के आगम शुरु हो गइल बा. शुभम तिवारी का रुप में एगो इंजीनियर आ एक्शन स्टार मिल गइल बा भोजपुरी सिनेमा के. उनकर अदाकारी पहिलके फिलिम कानून हमरा मुट्ठी में से रोबीला अन्दाज में सामने आइल बा. निर्मात्री दीपा नारायण झा उनका के एगो स्टेज शो में देखली तबहिये से उनका दिमाग में शुभम बईठ गइलें आ शामिल कर लिहल गइलें युडी मूवी के कानून हमरा मुट्ठी में एक्शन थ्रिलर फिलिम में. रविकिशन के समांतर एगो पुलिस इंसपेक्टर का भूमिका में शुभम आपन मजगर छाप छोड़ले बाड़न. निर्देशक आनन्द डी गहतराज कहले कि शुभम में एगो स्टार एक्टर बने के सगरी गुण बा. ऊ काल्हु के स्टार हऽ. आ ई बात पूरा तरह से साँच साबित भइल जब ई फिलिम सफलता के डंका बजा दिहलस.

Shubham Tiwari

कानून हमरा मुट्ठी में फिलिम के रिलीज होखे से पहिलही शुभम चरचा में आ गइलन. फिलिम सिनेमा घर में लागे ओकरा से पहिलही निर्देशक असलम शेख उनका के अपन दू गो फिलिमन खातिर साइन कर लिहन. एगो हऽ तू ही मोर बालमा आ दोसरकी के नाम हऽ रखवाला. एह दुनु फिलिम में शुभम के अलग अलग तरह के रोल बा जवन उनका अभिनय के अउरी बढ़िया से निखार दी. कानून हमरा मुट्ठी में रिलीज भईला का बाद शुभम अउरी संतुलित, सतर्क आ व्यावहारिक कलाकार बन गइल बाड़न. पेश बा उनका से भइल बातचीत के कुछ अंश

कानून हमरा मुट्ठी में से एगो नया स्टार के उदय भइल बा. ई बात सुने में कइसन लागऽता?

बड़ा बढ़िया लागेला अइसन रिमार्क. एकरा खातिर सचहू हम मीडिया के आभारी बानी काहे कि फिलिम के प्रदर्शन का पहिले जवन छवि बनेला बा बिगड़ेला ऊ सब रउरे सभे के देन होला. रउरा लोग हमार आकलन एह तरह से कइनी एकरा खातिर हम हमेशा आभारी रहब.

एगो इंजीनियर फिलिम का तकनीकि विभाग में आइल रहित त कुछ अलग इंजिनियरिंग करीत. बाकिर परदा पर उधम?

इंजीनियर बनल कैरियर के एगो टिकाऊ रुप देबे खातिर रहे, बाकिर मन का भितर जवन कलाकार रहुवे ऊ मौका मिलते कूद फांद करते रहुवे. आठ साल ले मंच पर उद्घोषक आ बाकी गाना बजाना के शो के एंकरिंग कइले बानी. राजू श्रीवास्तव के स्टेज शो में हमही एंकर रहत रहीं.

दीपा जी रउरा के मंच पर ना देखले रहती त अबहीं कहवाँ रहतीं रउरा?

रहती त मुंबईये में आ देर सबेर फिलिम में अइबे करतीं. बाकिर अतना बड़हन बैनर में अतना बड़ स्टार कास्ट का साथ, अतना बड़ निर्देशक का निर्देशन में काम करे क मौका दीपेजी का चलते संभव हो पावल. हम दीपोजी के हमेशा आभारी रहब.

रउरा पहिलका निर्दैशक आनन्द डी गहतराज के नेशनल अवार्ड मिलल रहे, दुसरका डायरेक्टर असलम शेख के भोजपुरी वर्ल्ड से बेस्ट डायरेक्टर के अवार्ड मिल चुकल बा. अइसन सुखद संजोग पा के कइसन लागऽता?

सचमुच हम बहुते भाग्यशाली बानी कि कैरियर का शुरुआते में अइसन सहयोग आ मार्गदर्शन मिलल. ईश्वर हमरा साथे बाड़न. हम जरुरे अपना मंजिल ले तेजी से चहुँपब. हमरा अपना देश प्रदेश के नाम रोशन करे के बा. हम चाहब कि सिर्फ गढ़वे के लोग ना, पूरा झारखंड के लोग हमरा पर नाज करे, बिहार यूपी के लोग बरपूर प्यार करे.

आगे का करे के बा?

बस तू ही मोर बालमा आ रखवाला का तइयारी में लागल बानी. कानून हमरा मुट्ठी में के पूरा टीम के अतना बढ़िया फिलिम बनावे खातिर धन्यवाद देत बानी. हमार दूसरका, तीसरका, चउथका हर फिलिम अइसहीं सफल होखे एकर कामना करत बानी.


स्रोत : शशिकान्त सिंह