भोजपुरी के शोले - मुन्ना बजरंगी

बिहार यूपी का समाज का हर वर्ग में माफिया के घुसपैठ देखे के मिल जाला. एही विषय पर आधारित निखिल इंटरटेनमेंट के फिलिम मुन्ना बजरंगी अब तकले के सबले महँग फिलिम हवे. एह फिलिम के तकनीकि पक्ष भी बहुते निमन बा. ई फिलिम मनोरंजन का साथेसाथ अन्याय आ जुर्म से लड़े के संदेशो दे रहल बिया.

मुन्ना बजरंगी के निर्देशक मशहूर के डी बाबू हउवन जेकर कई गो फिलिम बाक्स आफिस पर धूम मचा चुकल बाटे. एकर निर्मात्री रीना एस पारसी हई जे एह फिलिम से भोजपुरी सिनेमा के दू गो महारथी दे दिहले बाड़ी. लेखक संतोष मिश्रा के संवाद से सजल ई फिलिम बाक्स आफिस पर जइसन धूम मचवले बिया ऊहसे इहे कहल जा सकेला कि मुन्ना बजरंगी भोजपुरी के शोले बन गईल बा.

मुन्ना बजरंगी दू गो दोस्त मुन्ना खान सुशील सिंह आ बजरंगी सिंह विक्रांत सिंह के कहानी बा. दुनू का मन में एसपी बने के सपना बा. दुनू शहर के एगो लॉज में रहि के पढ़ाई कर रहल बाड़ें. संजोग कुछ अइसन बनत बा कि बजरंगी अपना बाप के हत्यारा बबुआ जी अनिल यादव से बदला लेबे खातिर हिंसा के राह धर लेत बा जबकि मुन्ना खान एसपी बन जात बा. एसपी बनला का बादो ऊ अपना दोस्त बजरंगी के हर संभव मदद करत बा आ बबुआ जी के आतंक खतम करे का साथ आपन जानो दे देत बा.

कई फिलिमन में खलनायक के भूमिका कर चुकल सुशील सिंह एह फिलिम में नायक के किरदार में अभिनय क्षमता के दमदार सुबूत दिहले बाड़न, विक्रंतो सिह के अभिनय निमन लागत बा.एगो डाक्टर आ विक्रांत सिंह का प्रेमिका का रूप में पूनम सागर मनमोहे लायक काम कइले बाड़ी.त खलनायक का रुप में अनिल यादव खलनायकी के पराकाष्ठा देखा दिहले बाड़े. मशहुर बिरहा सम्राट विजय लाल यादव एह फिलिम में एगो कर्तव्यनिष्ठ दारोगा का भूमिका में जान डाल दिहले बाड़े.

मुन्ना बजरंगी के अधिकांश शूटिंग बनारस आ गाजीपुर में भईल रहे. तीन करोड़ का लागत से बनल एह फिलिम के खासियत एकर एक्शण सीन बाड़ी स जवना के केबल फाइट आ एक्सरे शॉट हालीवुड फिलिमन के टक्कर के बा.

स्रोत: उदय भगत, मुंबई