भोजपुरी गायकन में एगो नया नाम
बिमलेश कुमार तिवारी

भोजपुरी संगीत का दुनिया में आजु कई गो लोकप्रिय नाम बाड़ी स. मनोज तिवारी के शुरु कईल गायकी से नायकी तक के सफर कई गो नया नया गायकन के एह क्षेत्र में आवे खातिर उत्साहित कर दिहलसि. बिहार के बक्सर जिला के हरनाथपुर के बिमलेश तिवारी वइसने एगो नाम बा जवना पर धेयान दिहल जरूरी बा.

हरनाथपुर स्कूल से मैट्रिक कईला का बाद बिमलेश कलकत्ता का प्रेसिडेन्सी कॉलेज से हिन्दी साहित्य में एम॰ए॰ करिके आजु काल्हु पीएसडी कर रहल बाड़न. अपना बड़की दीदिया, चन्द्रावती देवी, से गाना गावल सीखल शुरु करिके बिमलेश आगा बढ़त गईलन आ जबे मउका मिलल तबहियें अपना भोजपुरी गायकी से सुननिहारन के मन मोहत गईलें.

बिमलेश तिवारी कौशल के पहिलका भोजपुरी एलबम 'करिश्मा के बहिन चाहीं' में पूरबी के नया अन्दाज में पेश कईल गईल बा. एह अलबम के सगरी गीत भोजपुरिहा संस्कृति के मान सम्मान का अनुसार बाड़ी सन.

बिमलेश तिवारी गायकी का साथे लेखनो में लागल रहेले. उनुकर लिखल एगो किताब कविता से लम्बी उदासी हिन्दी में छप चुकल बा. कहानी त अकसरहाँ नामी गिरामी पत्र पत्रिकन में छपत रहेला.