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16 March 2010

कोलकाता मेल 2

मैरिज सीजन पूरा एक्शन में आ गइल बा, आईपीएल के बोखारो चढ़ गइल बा. का होर्डिंग, का पोस्टर, का टेलीविजन. सब जगहा आईपीएले आईपीएल. अउर त अउर, अबकी बेर सिनेमो हाल में आईपीएल के मैच देखावल जाई. बड़ पर्दा प क्रिकेट... काना पीना क साथ... मस्ती बोले तो फुल टाईम. का कहीं भाई... आई लव माई इण्डिया. वुमेन बिल पपर भलही तमाशा हो जाय, ओकरा के देख के ऊ मजा कहाँ बाटे जवन मजा आईपीएल देखे में बाटे. कमरिया लचके रे... बाबू जरा बचके रे... प्रीति जिन्टा के कमर.. युवराज के छक्का... सचिन के चौका... शाहरुख के शोमैनशिप... का ना रही? मगर कहे वाला कह रहल बा कि अबकी बार टिकट के डिमान्ड नइखे. खेर.. जस जस मैच नजदीक आई तस तस डिमान्ड बढ़ी.. ना ना... ई हमार कमेंट ना हटे.. ई त शहर के सट्टा बाजार के ओपिनियन हऽ. हमराकबो कबो बुझाला कि का सांचो... क्रिकेट अउर सट्टा बाजार के कवनो रिश्ता बाटे ? खैर, हम ठहरनी आम खाए वाला आम जनता... जवन लउकेला देख लेनी... जवन सुनाई देला सुन लेनी. सुने में आवऽता कि आजकल क्रेडिट कार्ड रखल बा. ओकर ढेर इस्तेमाल कइल खतरा से खाली नइखे. शार्ट कट में कहीं त अलर्ट रहऽ भाई.. ना त पॉकेटमारी आन लाइन हो जाई, आ पतो ना चली.

आजकाल हम जवन मुहल्ला में जानी... वोइजा दूइये गो डिस्कसन बिया... एह साल होखे वाला कार्पोरेशन चुनाव... के जीतीऽ आ आईपीएल में सौरभ दादा के परफार्मेंस कइसन रही. अब दादा आपन जीरो बनस भा हीरो.... आईपीएल पइसा बिटोरे के त्योहार हऽ सो डॉन्ट थिंक ज्यादा... कलकत्रा में गर्मी बढ़ रहल बिया... आ अइसन गर्मी में अगर पार्किंग के जगह मिले में परेशानी होखो त का कहीं... अबहियें कुछ दिन पहिले हम पार्क स्ट्रीट इलाका में देखनी कि पार्किंग वाला के एक साहब दू घंटा खातिर आपन कार रखे के फीस सौ रुपिया आफर कइलन... पार्किंगमैन एक्सएक्सएल खुश... जगह बना दिहलस जवान... मगर सोचे वाली बात ई बिया कि ई सौ रुपिया देबे वाला साहब के रेट बिगाड़े के हक के दिहले बा? खैर, कलकत्ता पहिले जइसन अब नइके, बड़ा भीड़ बढ़ गइल बा.. कवनो कवनो इलाका त अतना गंदा रहेला कि ओईजा जाये के मने ना करे. अबे कुछ दिन पहिले हम डलहौजी एरिया के आफिस बिल्डिंग से निकलत रहनी.. कि अचानके देखनी कि शोर शराबा हो रहल बा.. फ्रीमें तमाशा देखल केकरा नीक ना लागे... नजदीक गइनी त पता लागल कि एगो साहब का स्कूटर का सीट पर केहू ब्लेड चला दिहले रहे,,, कहीं तऽऽ... सीट के सत्यानाश... के कइलस केहू नइखे जानत... मगर सुने में आइल कि एक जने ऊ स्कूटर वाला भाई से कहतारन कि अरे यार! चले जाइये... यहाँ तो लोग चक्का काट देते हैं, चक्का का नट खोल देते हैं... और यह सब नहीं चाहते तो पार्किंग करनेके साथ साथ बीस का नोट थमा दीजिये... का कहीं भाई... सुननी आ भगवान के शुक्रिया अदा कइनी कि भगवान हमरा के गाड़ी मत खरीदवइहऽ... हम लिफ्ट ले के जिंदगी लचा लेब... मगर ई रोज रोज के टेंशन के लीहि? कलकत्ता में आजुकाल बहुते टेंशन बा.... क्रिकेट फैन्स के ई टेंशन बाटे कि इडेन गार्डेन के मरम्मत सेंटपरसेंट कब होखी... कब ले ई कम सीट से काम चलावे के पड़ी... आ भाई एहसे पहिले हमार स्पेस खतम हो जाब हम एगो बात कहल चाहब कि आजुकाल हमरा टैक्सी ड्राइवर भाई लोग के खिलाफ ढेर कम्पलेन मिल रहल बा... खास कर के रिफ्यूजल बाली. ए भाई लोग.. रउरा सभे तनी आपन इमेज सुधार लीं.

आजु चलत बानी. अगिला हफ्ता फेर मुलाकात होखी... आ हँ टैक्स वगैरह देवे के आखिरी तारीख ३१ मार्च हऽ. याद रहे... टा..टा.. बाई...बाई.. सी यू नेक्स्ट वीक.. टिल देन जम्प करत रहऽ मुस्कुरात रहऽ.

भोजपुरिया भईया

bhojpuriyabhaiya@gmail.com