08 March 2010

कोलकाता मेल

मार्च के महीना आ गइल.... रेल बजट.... आम बजट.... दुनो देख लिहनी.... हम ठहरनी आम खायेवाला आम जनता.... ज्यादा कहे के कवनो फायदा नइखे.... वइसहूं फायदा आ नुकसान.... हमरा ख्याल से इ नेता और अभिनेता के ज्यादा समुझ में आवेला. पहिले नेता लोग अलग होखत रहे अउर अभिनेता अलग.... आजकल टू इन वन के जमाना बा.... शार्टकट में कहीं त अमेरिकन अंदाज में मल्टीटास्किंग.... यानि जूता सिलाई से पूजापाठ तक.... जे जे कर सकी उहे.... कम्पटीशन के दौर में टिक सकी.

खैर, कम्पटीशन का नाम पे आजकल टीवी चैनल्स प जवन रियलिटी शो के तमाशा चल रहल बा ओकरा खातिर अब का कहीं? छोट छोट लइका.... स्क्रीन प आंसू के सौदागर बन जाता.... बड़ बड़ कलाकार बच्चा बन के लड़े लागऽता लोग.... साँच कही त रियलिटी शो के दुकानदारी देख के हम बड़ा हैरान होनी, पर एकरा आगा का कहीं.... जाने भी दो यारो. बड़े बड़े देशो में एह तरह के छोट छोट बात होते रहेला.... आजकल शहर कोलकाता के साफ राखे के अभियान चल रहल बाटे.... हर तरह के पोलिटिकल पार्टी इहे चक्कर में लागल बाटे कि कइसे वोट बैंक के स्ट्रांग बनावल जाय. हम त इहे कहब कि भईया, घूम घूम के त हमरा इहे बुझा ता कि केहूओ कमजोर नइखे. हँ, हमरा ख्याल से आजकल कमजोर अगर केहू भइल बा त ऊ टाइगर, बोले तो बाघ. सुनले बानी कि अब बस चौदह सौ एगारहे टाइगर्स देश भर में रह गइल बाड़े. हमरा त ई बात कहे से पहिलही हँसी आ रहल बाटे. लेकिन बता देतानी.... अरे भईया बताना बड़ा सिम्पल बाटे.... हमरा त ई लागेला कि ई टाइगर्स कहीं शादी कइके टाइगर से चूहा त बइखे बन गइल.... खैर, कहे वाला कहेला कि शादी से पहिले हर चूहा अपना इलाके में एगो टाइगर का नाम से जानल जाला.

होली त बड़ा अच्छा बीतल मगर कुछ कुछ इलाका के कुछ कुछ घटना से हम बड़ा दुखी हो गइनी. अब टीटागढ़ में जवन तरीका से होली मनावल गइल.... का बताईं.... लोग सड़ल अंडा, गाय भईंस के गोबर, कादा माटी कुछुऊ ना छोड़ल. भई ई कइसन होली हऽ.... आ ओकरा बाद.... जवन बवाल भइल.... ओकरा बारे में जतना बात कइल जाय कम ह. अलीपुर से सटल इलाका चेतलो बवाल से दूर ना रहल.... नशा होली पर भारी पड़ल.... छोट छोट बवाल वोईजो भइल. दमदम के गोरा बाजारो में दारु के बोतल आपन रंग देखा दिहलस.... तनी मनी झगड़ा हो गइल मगर कुछ लोग आल इज वेल, आल इज वेल कह के कंट्रोल कइ लिहल.

अब अगर हम होली में भइल बवाल क बारे में बोले लागी त चार दिन खतम हो जाई, मगर बात खतम ना होई. हम त इहो सपना देखेनी कि लोग बिना नशा में डूबले होली खेल रहल बा. खैर, जवन होखे के बा उहे होखी. ओकरा के के रोक सकेला.... आजकल साल््टलेक इलाका के सेक्टर फाइव के साफसफाइयो ठीक से नइखे होखत. कांहे ? एकर जवाब केहू के पास नइखे. अब न्यू अलीपुर इलाका के बात कहीं त.... सड़क के नीचे पाइप त बइठा दिहल गइल, मगर सड़क अबहियो हिरोइन का गाल क नियन नइखे बनल.... गिरे के चांस सेंट परसेंट बिया.

शादी बियाह के मौसम आ गइल.... हमरा कई जगहा से इनविटेशन मिलल बा.... अब कहां कहाँ जायब.... इहे सोचे के बा. हम इहो सोचऽतानी कि गिफ्ट का ले जाये के चाही.... वोइसे गिफ्ट.... का दिहल जरुरी बा.... रऊआ सभे के का विचार बाटे हमरा के ई मेल कइके जरुर बताईं. ठीक बाटे.... आज चलऽतानी. अगिला संडे हम जरुर मिलब. तब तक खातिर भोजपुरिया भईया कहीहें.... टा.... टा.... बाय.... टेक केयर.

भोजपुरिया भईया

bhojpuriyabhaiya@gmail.com