अभय त्रिपाठी
कविता (Poems)
- त का करीं ?
- सबसे बड़ा रुपइया
- डोले बसन्ती बयार
- आजा आजा ए भोला हमार नगरी
- वाह रे करम वाह रे धरम
- जानवरन के मीटिंग
- याद आवेला
- परलय काल
- जिनगी सयान हो गईल
- कलयुगी माया के महिमा
- कुर्सी के महिमा
- बाबू हमार बियाह कईऽले
- मनवा तू चुपचाप ही रहिऽह
- बचवन देश गँवइऽऽह मत
- धन्य धन्य काशी कीऽ नगरी
- माई रे हम जेल जाइब
- कलयुग के नेता
- मिलावट
- इन्द्र कऽ कुर्सी फिर से डोलल
- सुखवा सपना भइल बा
- आयल मधुमास कोयलिया बोले
- पतई पर परान बा
- नया रूप में कबीर वाणी
- केहू जल के बुझाला केहू....
- वारिस खातिर लइका चाहीं
- कलयुग के फेरा में भईया
- आपन दायरा बढ़ावत जा..
- ना चहला पर भी जिन्दगी नरक बन जाई.
- शायर नईखी हम ई बात जानतानी.
- दिल के दरदिया के हाल केहु ना बुझे ला
- खड़ी दुपहरिया में बहार हो जाला
- हमरे अँखिया फुटल बा केहु के पहचान नइखीं पावत
- सबकरा के होशियार करे जा रहल बानी..
- कुछ कड़ुवा सच
- एक बार फिर गुलाम होखे के चाहीं
- अपना चोट पर हर केहु के आँसू आवेला
- हँसी भी सयानी हो गईल बिया
- सबकर दिल दुखावे जा रहल बानी
- जे आईल बा ओकरा जाये कऽ वक्त आ ही जाला
- खुशखबरी
- आपन काम करत जा बन्दे
- कुछ त दीप जरवले जा
- छोटा सा जिनगी संभाले में
- पुत्र मोह में जब जब केहु
- हाल जियरा क
- बदलते भारत के तस्वीर में
- घुरहू चच्चा
- बदलते भारत के तस्वीर में
- घुरहू चच्चा (भाग दू)
- पन्द्रह अगस्त
- घुरहू चच्चा (भाग 3)
- कलयुग में चोर बेईमान
- घुरहु चच्चा बनाम लेखक
- गाँव से शहर तक के रास्ता
- कुछ पल कऽ साथ तऽ दऽ
- खुद पर लिखे क मन
- डंका बज रहल बा
- कमल जब भी खिली
- रोशनी करे के चाह
भजन व कीर्त्तन (Devotional Songs)
- रामजी के आईल बरात
- मगन भईऽल मनवा
- भजन कर जिभिया
- माया बा दुखदाई हो मनवा
- सच बा गुरु के बचनिया
- इक दिनवा पछतऽईबऽऽ हो मोरे मनवा
- दशरथ के ललन रऊआ धन बानी
- डम डम डमरू बजावेले शिव शंकर जोगिया
- शव से मिलल शक्ति(नारी) शिव हो गईऽल
- हे मुरलीधर किशन कन्हैया
- जीवन के नईया डगमगाईल बा
लोकगीत
- फगुनवा रास ना आवे
- प्रीत करे मीत के पुकार हे सजनी
- बलम हमके टीवी मँगा दऽ
- मीत बिना गीत लागे फागुन के जहरी
- बदरा घुरि घुरि आवे अँगनवा में
- ई कइसन जिनगी के खेला
- कइसन-कइसन जिनगी
- गीत कहीं या गजल
- महँगी महँगी रटिया भइया
- हमार सलाम बा
- बबुआजी हाईटेक भईलें
- रिमझिम पड़ेला फुहार
- हमसे वादा कई ल आईब सोमवार के
- देखत होखबु जब भी आईना
- घटा घेरि घेरि आवेला बदरिया
- भोजपुरी दुगाना
- सजन घर आवे के बेरिया
- जबसे तू देखलऽ बलम
- कइसे खेलीं होली सँवरिया
- फगुआ बयार बहते जियरा पिराला
गीत
- पान खियाइके लूट लिहल हमके..
आयटम सांग
- ई हौऽ भोजपुरी रैप
भोजपुरी रैप
- स्वर्ग कऽ दरवाजा