सियारन के सबूत

आलोक पुराणिक

सबूत का तलाश में रहनी, ओही चक्कर में पाकिस्तान के जरदारी जी से बातचीत होत रहुवे -

- जी, आतंकवादी रउरा देश के रहलन.

- का सबूत बा ?

- जी, ऊ खुदे कहत बाड़े सन.

- का सबूत बा ? कहे के त हमहूं कहऽतानी कि हम प्रेसिडेण्ट हईं पाकिस्तान के.

- त का रउरा पाकिस्तान के प्रेसिडेण्ट ना हईं ?

- एकर का सबूत बा ?

जरदारी साहब पाकिस्तान के राष्ट्रपति हउवन, एकर सबूत खुद उनुको लगे नईखे. उनुका के आईएसआई वाला, आर्मी वाला राष्ट्रपति ना मानस, एकर पक्का सबूत सबका लगे बा.

- देखीं जरदारी साहब, पकड़ाइल आतंकवादी कहत बा कि ऊ फरीदकोट के हऽ.

- एकर का सबूत बा कि फरीदकोट पाकिस्तान में बा ?

- फरीदकोट अमेरिका में बा का ? रउरा पकिस्तान के प्रेसिडेण्ट हईं, आ पाकिस्तान के ज्योग्राफी नइखी जानत ?

- ज्ञानी होखल प्रेसिडेण्ट बने के क्वालिफिकेशन में नइखे. अमेरिका के बुश के देख के तोहरा अतनो पता ना चलल ? वइसे फरीदकोट अमेरिका में बा कि ना, ई बाति हम बुश साहब से पूछिये के बतला पायेम. बाकिर बुश आजुकाल्हु जुछ बतलावत नइखन. बस अतने बोलत बाड़न कि जूता दस नम्बर के रहुवे.

- जरदारी साहब पाकिस्तान पाकिस्ताने में बा नू ?

- एकर का सबूत बा ?

- पाकिस्तान पाकिस्ताने में बा, ईहो डाउटफुल बा. पाकिस्तान तालिबान में बा भा अमेरिका में, भा भर दुनिया में भीख मांगत कटोरा में, ईहो साफ नईखे. कसब के पाकिस्तानी ना मानल जाय त का मानल जाय ? सियार आ कि लकड़बग्घा ? का सियारन से सर्टिफिकैत ले आवे के पड़ी ?

- एह बारे में सियारन से पुछीं, हम का कह सकीलें ?

- हमरा शक बा कि सियार कसब के सियार ना मनिहन सन, सियारन के लाख पतन होजाव, बाकिर अतना नीचे ना गिर सकऽ सन.

- पतन से जुड़ल सवालन पर हम कुछ ना कह सकीं. एह पर बिलक्लिंटन साहब से बात कर लीं.

- त का कसब आसमान से गिर के आ गईल ?

- आसमान के मैटर अलगा बा. आसमान से पाकिस्तान में सिर्फ अमेरिकन मिसाइल गिरेली सन. एह बारे में अमेरिके कुछ बतला सकेला. वइसे बुश आजुकाल्ह बस अतने बतलावत बाड़न कि जूता दस नम्बर के रहुवे.

- रऊरा झूठ आ बेशरमी भरल बात कर रहल बानी.

- हम एहू बारे में कुछ ना कह पायेम. ई त मुशर्रफ के विशेषज्ञता के मामिला हऽ. एह बात के पकिया सबूत बाड़ी सन.

- रउरा कइसन बात कर रहल बानी. रउरा पाकिस्तान के प्रेसिडेणंट हईं.

- का सबूत बा ?.

अब बताईं, एकरा आगा का पुछल जा सकेला ?


आलोक पुराणिक जी हिन्दी के विख्यात लेखक व्यंगकार हईं. दिल्ली विश्वविद्यालय में वाणिज्य विभाग में प्राध्यापक हईं. ऊहाँ के रचना बहुते अखबारन में नियम से छपेला. अँजोरिया आभारी बिया कि आलोक जी अपना रचनन के भोजपुरी अनुवाद प्रकाशित करे के अनुमति अँजोरिया के दे दिहनी. बाकिर एह रचनन के हर तरह के अधिकार ऊहें लगे बा.

संपर्क 09810018799
email : puranika@gmail.com

आलोक पुराणिक जी के वेबसाइट