इंटरनेट ही जिनगी बन गईल

शैलेश मिश्र

फागुन के रात इंटरनेट में कट गईल
चाँद ऑनलाइन, कभी ऑफलाइन हो गईल
ईमेल चेक करत-करत भोर हो गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी हो गईल

रिश्ता-नाता से बातचीत छूट गईल
ई-कार्ड से पर्व-त्यौहार मन गईल
फ़ोन कम चैटिंग ज्यादा हो गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी हो गईल

कलम-स्याही से लिखल कम हो गईल
कंप्यूटर कोर्स गाँव में शुरू हो गईल
पंचांग-पंडित भी ऑनलाइन हो गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी हो गईल

शादी-बियाह-लगन कंप्यूटर से हो गईल
लड़का-लड़की मिलन वेबकैम से हो गईल
नौकरी जॉब पोर्टल से पक्का हो गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी हो गईल

मुख्य समाचार वेबसाइट से मिल गईल
दूर-भाष ब्रॉडबैंड कनेक्शन से मिल गईल
बिजली के बिल भी ऑनलाइन हो गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी हो गईल

पिक्चर के गाना एम्.पी.थ्री म्यूजिक बन गईल
आई-फ़ोन, आई-पॉड के भी सुविधा मिल गईल
युट्यूब पर रातों-रात केहू हीरो बन गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी बन गईल

गूगल-ब्लॉग-ऑरकुट से मन के तार जुड़ गईल
मईल-नीमन सब कुछ इंटरनेट पर मिल गईल
इतिहास पर ना, वेबसाइट पर बिस्वास जम गईल
इंटरनेट ही सभके जिनगी बन गईल


शैलेश मिश्र
डैलस, टैक्सस, अमेरिका
जनवरी १५, २००९

चेन्नई में जनमल शैलेश मिश्र हिन्दी आ भोजपुरी भाषा के लेखक कवि हउवन; भोजपुरी असोसिएशन ऑफ़ नॉर्थ अमेरिका के संस्थापक आ अध्यक्ष हउवन; भोजपुरी के प्रसिद्ध सोशल नेटवर्क - भोजपुरीएक्सप्रेस.कॉम के सृजनकर्ता हउवन. लेखक मूलतः बलिया जिला के डांगरबाद गाँव से जुड़ल बाड़े आ आजुकाल्ह अमेरिका के डैलस शहर (टेक्सास) में कंप्यूटर सॉफ्टवेर इंजिनियर बाड़े. ई-मेल संपर्क : smishra@gmail.com