क्रान्ति ... बलिया १९४२
हिन्दुस्तान के आजादी के लड़ाई अतना विशाल आ महान बा कि छोट छोट घटना, खास होखला का बावजूद इतिहास का पन्ना में भुला गईल बाड़ी सन. आजु के पीढ़ी बापू, नेहरू, आजाद, भगत सिंह, बिस्मिल्ल, लालाजी, नेता जी, सरदार पटेल आ अइसने कुछ बड़ नामन के त जाने ले बाकिर ओह शूरमा लोगन के के इयाद करी जिनकर आजादी का लड़ाई में योगदान केहू से कमतर ना रहे तबहियो जिनकर नाम ओह लोगन पर लिखल किताबन का सियाही का माफिक धुंधला पड़ गईल बा.
अगर रउरा से केहू पूछे कि भारत के आजादी कब मिलल तब रउरा बे झिझक बोल उठेम १९४७ में. बाकिर का रउरा जानत बानी कि हिन्दुस्तान के एगो जिला अइसनो बा जवन अंगरेजन का शासन से सन् बयालिसे में आजाद हो गईल रहे !
ना सिरिफ आजाद हो गईल रहे, बलुक सात दिन ले ऊ लोग आपन सरकारो चलवले रहुवे. एगो अइसन सरकार जवना में गांव के भोला भाला मनई रहलें जे कबो सोचलहूं ना रहलें कि आजादी सबले पहिले उनका मिली. ऊ लोग त बस बापू का राह पर चल दिहले रहे.. चुप चाप...शान्ति से... मगर तब बापू के नारा अंग्रेजों भारत छोड़ो गांव वालन का दिलो दिमाग पर अइसन असर डललसि कि ऊ लोग अपना जिला के अंगरेजन से छोड़ाइये के दम लिहल.
क्रान्ति ... बलिया १९४२ अइसने भोले भाला लोगन के संघर्ष आ अंगरेजन के जुलुम के दास्तान हऽ.... चित्तू पाण्डेय आ उनुका वीर साथियन के एगो श्रद्धांजलि हऽ.
क्रान्ति ... बलिया १९४२ एगो कोशिश हऽ ओह लोगन के याद करे के जे लोग सही मायने में पूर्ण स्वराज्य के पहिलका अलख जगावल.. आ जिनका के आजु हमनी का भुला दिहले बानी जा..
आउरी बा. आवत रहीं....
एएसआर टेलीफिल्म्स के प्रस्तुति क्रांति बलिया १९४२ पिछला ३० मार्च २००९ से महुआ चैनल पर हर सोमार से बियफे ले रोज रात साढ़े आठ बजे से प्रसारित हो रहल बा.
एह सीरियल के निर्माता हवें सैय्यद आसिफ जाह, निर्देशन कइले बाइन सूजा अली. पटकथा सुनील अख्तर के लिखल हऽ आ कैमरा संचालन दीपक पाण्डेय के. टाइटल गीत कैलाश खेर के गावल हऽ त संगीत दिहले बाड़ें लेनिन नन्दी आ हरप्रीत सिंह. सैय्यद वासी रजा एकर सहनिर्माता हउवन आ कार्यकारी निर्माता के जिम्मेदारी मोहम्मद अजहर आ साहिर आबिदी उठवले बाड़न.
क्रांति बलिया १९४२ चैनल पर काफी लोकप्रिय साबित भईल बा आ खास कर के आजु का चुनावी माहौल में देशभक्ति के जज्बा के आउरी ताव दे रहल बा ई सीरियल. सीरियल ई फेर से साबित कर दिहले बा कि वीरों की धरती जवानों का देश, बागी बलिया उत्तर प्रदेश.
अँजोरिया एह सीरियल के सफलता के शुभकामन दे रहल बिया आ रउरा सभे से निहोरा बा कि एह सीरियल के जरूर देखल करीं. आजादी के लड़ाई के शहीदन के इहे श्रद्धांजलि होखी राउर हमार.