केहू कतनो दुलारी बाकि माई ना होई

पिछला शुक के महुआ टीवी पर चल रहल सुर संग्राम से बनारस के नवोदित गायक आलोक पाण्डेय के विदाई हो गइल. चार प्रतिभागियन का बीच ऊ चउथा नम्बर पर अइलन आ शो का नियमानुसार उनकर विदाई हो गइल. जात जात जवन गाना आलोक पाण्डेय सुनवलन ऊ करेजा में कहीं भीतर तक हल गइल. गाना त रहुवे माई का बारे में बाकि एकलाइन के सन्दर्भ से अलग करत मातृभाषो का बारे में कहल जा सकेला. दोसर भाषा कतनो प्यार करे, कतनो फायदा चहुँपावे नौकरी भा कैरियर में, ऊ मातृभाषा के जगहा ना ले सके.

Manoj Tiwari hosting  Sur-Sangram on Mahuaa TV

सुरसंग्राम का बारे में हम का कहीं! बहुत दिन बाद कवनो शो अइसन आइल बा जवना के देखे खातिर हम सब काम धाम छोड़ के आ कई बेर आपन मोबाइलो बन्द करे के देखी लें. शो के एन्कर मनोज तिवारी के लाजबाब प्रस्तुति त हमरा के उनकर फैन बना दिहले बा. जवना सहजता से ऊ पूरा शो के संचालन करेले, एक एक प्रतिभागी के उत्साहित करेलें ऊ देखे सुने लायक बात होला. एगो सहज भंगिमा का साथ उनकर पूरा देह कुछ कहत लउकेला आ कई बेर बिना कुछ कहले ऊ बहुत कुछ कह जालें. जहाँ बहुते प्रतिभागी होखस ओहिजा हर एक के उत्साहित करत में कबो केहू का साथे पक्षपात करत ना लउकस.

सुरसंग्राम के एह शो के परिकल्पना त गजेन्द्र सिंह के हऽ बाकिर अपना सहज एंकरिंग से मनोज तिवारी एकरा के आपन शो बना दिहले बाड़े. सुर संग्राम के अतना प्रशंसा का पाछा सबसे बड़ कारण बा कि एह शो से भोजपुरी गीत संगीत के मान प्रतिष्ठा बढ़ल बा आ अब ओह लोग के मुंह बन्द हो गइल बा जे कहत रहे कि भोजपुरीं में सुने लायक का बा? दुअर्थी गाना गा गा के जे लोग भोजपुरी गीत संगीत के बदनाम कर दिहले रहुवे ओह लोग के अस्तित्व पर एह शो से खतरा आ गइल बा. अब भोजपुरी गीत घर परिवार का साथे आदमी ड्राइंग रुम में बइठ के सुनत बा आ केहू के केहु से मुँह चोरावे क जरुरत नइखे.

एह शो से भोजपुरी गीत संगीत के अथाह कोष से कुछ नायाब गीत सामने आइल बाड़ी सन आ ओह ले बढ़ के ऊ गायक गायिका सामने आइल बा लोग जेकरा के उत्साहित करे में पूरा भोजपुरी समाज के सामने आवे के चाहीं. सभा समारोह में छिनरपन वाला गीत गवनई गावे वाला लोग के अब बहुत सहजता से कूड़ादान में फेंकल जा सकेला आ ओह जगहा पर एह नया नया हीरा के सजावल जा सकेला.

अब जे तीन गो प्रतिभागी बाचल बाड़े ओहमें हम त प्रियंका के सर्वश्रेष्ठ मानीले. गीत के सुर ताल लय के जानकारी हमरा नइखे बाकिर भोजपुरी शब्दन के जवन स्पष्ट उच्चारण प्रियंका का मुँह से सुने के मिलेला ऊ मन गदगद कर देला. भगवान ओकरा के वइसन ऊँचाई तक चहुँपावस कि लोग ओकरा के भोजपुरी के लता मंगेशकर ना कह के हिन्दी में प्रियंका के कमी महसूस करे लागे. हर गायक गायिका के अपना उच्चारण के ओतने स्पष्ट राखे के चाहीं कि श्रोता एक एक शब्द सुन के समुझ सकस. ना त अकसरहा वइसनका गाना से पाला पड़ जाला कि बार बार रिवाइन्ड कर के सुने के पड़ेला कि गाना के लाइन का बा.

आखिर में हम फेर एक बार सुरसंग्राम जइसन शो पेश करे खातिर गजेन्द्र सिंह, महुआ टीवी, आ मनोज तिवारी के धन्यवाद देत बानी कि ओह लोग का एह प्रयास से भोजपुरी के ओकर मान सम्मान के वाजिब हक मिल रहल बा आ भोजपुरी गायकी के एह नया पीढ़ी खातिर शुभकामना. अइसहीं फरत फुलात रहऽ लोग कि आवे वाली पीढ़ि भोजपुरी गीतन के हीन भाव से देखल भुला जाव.

सम्पादक, अँजोरिया