जिन्दगी झंड बा फिर भी घमंड बा

सुरसंग्राम अब फाइनल का ओर बड़ा तेजी से बढ़ रहल बा. बिहार के आलोक कुमार आ यूपी के मोहन राठौर के साँस टँगाइल बा कि पचीस लाख भा एगारह लाख के इनाम मिली कि हाथ में आइल गरई मछरी का तरे सरक जाई पोखरा में. बढ़िया त प्रियंके रहली कि पाँच लाख के इनाम लेके चुपचाप चल गइली. साँस टँगावे के जरुरत ना रहल.

on the set of Sur Sangram

काल्हु का सुर संग्राम में दर्द भरल गीतन का साथ साथ हँसी के ठहाका लगवा देवे वाला गीतन के दौर चलल. शुरू भइल मोहन राठौर का दर्द भरल नगमा से आ ओकरा बाद चारो चैलेंजर आपन आपन दुख भरतल गीत सुनवलन. राकेश के गीत रोआतारी बबुआ तोहार महतारी सुने वालन का साथ साथ जजो लोग का आँख में लोर छलका दिहलसि आ बिहार के चैलेंजर रिमझिम पाठक आ यूपी के चैलेंजर ईशा वेदराज के गीत सुन के जज लोग कह पड़ल कि एह दुनू प्रतिभागियन का रुप में भोजपुरी के दू गो बढ़िया लोक गायिका सामने आइल बाड़ी.

एही बीच गमगीन हो रहल माहौल के रविकिशन अपना डायलाग जिन्दगी झंड बा फिर भी घमंड बा से हँसी का माहौल में बदले के कोशिश कइलन आ साथ देबे आ गइलन भउजी नं वन के एंकर प्रियेश सिन्हा आ ओकरा बाद मंच से हँसी के जवन फुहारा छूटी तवन सबके भींजा के राख दिहलसि. बाकि फेर एगो बात समुझ में ना आइल कि प्रियेश के बोलावल काहे खातिर रहे? मंच पर इंट्रोड्यूस कइला का बाद उनुका के चलता कर दिहल गइल आ ऊ प्रतिभागियन का बीचे जा के बईठलन. सुरसंग्राम में अब कुछ समुझ में नइखे आवत कि संचालक आ प्रस्तोता के इरादा का बा? फाइनल के चुनाव कइसे होखी?

खैर दिमाग लगवला के का काम बा? बस समय निकाल के देख लिहल करीं. समय उहे पुरनके बा, रात के साढ़े आठ बजे से. छूट जाव त रात के साढ़े बारह बजे आ उहो छूट जाव त अगिला दिने एगारह बजे से देख सकीलें.



स्रोत : महुआ टीवी के जनसंपर्क सलाहकार प्रशान्त निशान्त से मिलल सामग्री का आधार पर.