एगो भोजपुरी चैनल के ढेर दिन से इन्तजार काहे रहल हा?

30 Oct 2008

वनिता कोहली खण्डेकर

कलर चैनल का चरचा में बुझाता कि सब केहू महुआ के भुला गईल बा जवन कि भोजपुरी में दुनिया के पहिलका मनोरंजन चैनल हऽ.

भारत के पहिलका भोजपुरी मनोरंजन चैनल, अंगरेजी में कहीं त जेनरल इन्टरटेनमेंट चैनल भा जीईसी, एही साल अगस्त में शुरु भईल. महुआ के प्रवर्तक सेन्चुरी कम्युनिकेशन ह जवना का बारे में लोग के कम जानकारी बा. सेंचुरी क्म्युनिकेशन के दावा बा कि ऊ ४०० करोड़ के व्यवसाय करे वाली कमंपनी हऽ, पिक्सिअन नाम के स्टुडियो के मालिक हऽ, विज्ञापन फिलिम बनावेले, ९ गो रेडियो फ्रिक्वेन्सी के मालिक हऽ आ टीवी चैनलन खातिर विज्ञापनो बेचेले. कम्पनी के अध्यक्ष आ प्रबन्ध निदेशक पी के तिवारी का अनुसार महुआ चैनल पर खरच भईल ७५ करोड़ रुपिया एक साल का भीतरे निकलि आई. साल का भीतरे एगो म्यूजिक चैनल आ एगो फिलिम चैनलो ले आवे के योजना पर काम चल रहल बा, जवना से कि भोजपुरी में समहर सामग्री परोसल जा सके. पिछला कई साल से तिवारी जी भोजपुरी फिलिमन के टीवी अधिकार खरीदत आ रहल बाड़न आ अबले करीब बीस करोड़ का खरचा कर के २०० भोजपुरी फिलिम के लाइब्रेरी बना चुकल बाड़े. साफ साफ त ना बतवले बाकिर भोजपुरी में एगो समाचारो चैनल ले आवे के तईयारी कर रहल बाड़े शायद.

महुआ चैनल आ एकरा उपचैनलन के जरुरत त ढेर दिन से रहल हा बाकिर केहू सकारत ना रहल हा. भारत में करीब २४ करोड़ भोजपुरी बोले वाला बाड़े बाकिर अब तकेले ओह लोग खातिर एकहू चैनल ना रहल हा, जबकि सवा छह करोड़ तमिलन खातिर करीब एक दर्जन चैनल आ सात करोड़ बंगालियन खातिर आधा दर्जन चैनल बाड़ि सन. कारण साफ बा देश का जवना इलाका में अधिकतर भोजपुरिहा रहेले, बिहार आ पूर्वांचल, ओकरा के मापल आसान नइखे. टीवि देखनिहार के हिसाब किताब राखे वाली कम्पनी टीएएम मीडिया रिसर्च बिहार के अपना कारयक्षेत्र में रखलहीं नईखे. एह चलते ई जाने केकवनो साधने ना रहल हा कि कतना देखनिहार बाड़े जवना चलते विज्ञापन बेचल मुश्किल रहल हा. एकर एगो दोसर फायदा ई भईल कि रेडियो के बड़ बाजार बा ऊ इलाका. दोसरे ओह बाजार के जरुरत हिन्दी चैनल से पूरा हो जात रहल हा. ठीक जइसे गुजराती वालन खातिर पूरा होला. वास्तविकता त ई बा कि हिन्दी श्रोता आ देखनिहार के एगो बड़हन हिस्सा एही समूह से आवेला. एह सब चलते प्रसारणकर्ता ढेर माथा पच्ची के जरुरते ना समुझले.

से, बाजार में एह अभाव के सभे नकारत रहल जब तकले भोजपुरी सिनेमा अपना शानदार सफलता से ओह लोग के मजबूर नबा कर दिहलसि. डेढ़ डेढ़ सौ रुपिया के टिकट बेच के फिलिम कम्पनी वाला सब देखनिहार के मलाईदारे परत के परोसत रहले हा आ भाषाई बाजार के, चाहे ऊ हिन्दी, तमिल, भा तेलुगु सिनेमा होखे, अलोता राख दिहल रहल हा. परिणाम भईल कि कई गो क्षेत्रीय सिनेमा के उदय हो गईल, खास करिके बंगला आ भोजपुरी सिनेमा के.

मुद्रा इंस्टीच्यूट आफ कम्युनिकेशन, अहमदाबाद के हमार एगो छात्र कुमुद शंकर भोजपुरी सिनेमा पर अपना शोध प्रबन्ध में उजागर कइले बा कि २००७ में ७६ गो भोजपुरी फिलिम रिलीज भईली सन, जवन कि पिछला साल का बनिस्बत सोझे दुगुना बा. जइसे जइसे बालीवुड के कार्पोरेटाइजेशन होत गईल तइसे तइसे छोटका फाइनेन्सर आ निर्माता ४५ लाख से ले के एक करोड़ का बजट में बन जाये वाली भोजपुरी फिलिमन का तरफ घुसुकत चलि गईल. वितरक आ थियेटर मालिकान पुरनका फिलिम भा पोर्नोग्राफिक फिलिम देखावे का बदले भोजपुरी फिलिम देखावल पसन्द कईलन.

जइसे जइसे भोजपुरी सिनेमा के संजाल बनत सलि गईल तइसे तइसे मुनाफो बढ़त गईल. निर्माता के पू्जी दस गुना होके लवटे लागल. अब त रिलायन्स एडलैब्स आ पीवीआर जइसन मल्टीप्लेक्सो अपना कुछ महानगरी परदन पर भोजपुरी फिलिम देखावत बाड़े. भोजपुरी सिनेमा २००७ में करीब ३०० करोड़ के व्यवसाय कइलसि. स्वाभाविक रहे कि भोजपुरी तब छोटको परदा का ओर चले.

अबहीं ले त बुझाता कि महुआ बना ली. सेंचुरी कम्युनिकेशन खातिर महुआ चलावे वाली कम्पनी इन्टेग्रिड मीदिया के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अनिल मिश्रा के कहल बा कि अगस्त में ९ गो विज्ञापन दाता अक्टूबर में बढ़ के ३२ गो हो गईलन. कतना रुपिया के विज्ञापन मिलल से ना बतवले ! महुआ के प्रतिद्वन्द्विता इटीवी यूपी आ सहारा यूपी से बा. अनिल मिश्रा के मुताबिक ऊनकर चैनल एस बैण्ड पर हर जगहा उपलब्ध बा. बिहार में महुआ टीवी के प्रचार मुँहे मुँही बढ़ल जात बा. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तराखण्ड, दिल्ली वगैरह जगहा भि टैम चार्टन पर झलके लागल बाड़े.

शुरुआत त मजगर लउकत बा, बाकिर छह हफ्ता के आंकड़ा बड़ा कम होला, इहो मिश्रा कहलन. बाकिर रमिल मराठी आ दोसरा क्षेत्रीय चैनलन के इतिहास बतावत बा कि पहिले आवे वाला के भड़हन फायदा त मिल जाला बाकिर बाजार कब्जियावे में समय लागेला.

बाकिर सम्भावना हिन्दुस्तान का बहरी ले जात बा. हिन्दिये का तरह यूरोप आ एशिया में छितराइल प्रवासि भारतीयन के दूसरकी आ तीसरकी पीढ़ी अबले भोजपुरी में बतियावेला. उदाहरण खातिर नीदरलैण्ड में भोजपुरिहन के एगो बड़हन जमात बा. ई बाति कम लागत वाली भोजपुरी सिनेमा के खातिर एगो बड़हन बाजार खोल देत बा. जइसे कि सन टीवी अमेरिका में तमिल भाषियन का बीचे आ जी टीवी इंगलैण्ड के हिन्दी भाषियन का बीचे आपन बाजार खोज लिहलसि वइसहीं विदेशन में डालर देबे वाला गहकी खोजे में महुओ के रोके वाला केहू नइखे. ई सच्चाई मुनाफा खातिर महुआ चैनल के सफर आसान कर दीहि आ मेट्रो के धेयान में राखे वाला निवेशकनो के आँखि खोल दीहि.


वनिता जी मीडिया सलाहकार हईं आ 'द इण्डियन मीडिया बिजनेस' के लेखक हईं. ई लेख 'बिजनेस स्टैण्डर्ड' में प्रकाशित हो चुकल बा आ वनिता जी के पूर्वानुमति से लेख के भोजपुरी अनुवाद एहिजा दिहल जा रहल बा. भोजपुरी पाठकन के धेयान में राख के जहां तहां के एकाध लाइन छोड़ दिहल बा.

अंजोरिया के हमेशा से ई प्रयास रहल बा कि भोजपुरी में स्तरीय आ सामयिक सामग्री परोसल जाव. आगहूं अंजोरिया नियमित रुप से गैर भोजपुरी भाषी प्रतिष्ठित लेखकन के रचना के अनुवाद प्रस्तुत करे के कोशिश करत रही. रउरा से निहोरा बा कि एह विषय पर आपन राय जरुर लिख भेजीं.
- सम्पादक