भोजपुरी गीत गवनई - 17

Bhojpuri Songs with full transcripts

होली के आनन्द बे शामिल भइले ना लिहल जा सके बाकिर तबहियो कुछ हद तक ई गीत गवनई ओहि आनन्द के महसूस करावे खातिर बा. होली गीत में असल लाइन दूइये चार गो होला.ओकरे के अलग अलग ताल आ गति से गावल जाला. मंच पर होली गीत सुनावे खातिर कुछ भूमिको बनावे बतावे के पड़ेला.

लीं आजु ओहि होली के आनन्द लीं.

अँखिया भइली लाल,
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ

अरे बोलोऽऽ
होली हऽ ऽ

सर र र
लूट लऽ लूट लऽ फगुआ हऽ

आ हा हा हा
होली हऽ

फाटऽता

जियऽ जियऽ
जियऽ होली

चाभऽ चाभऽ फगुआ हऽ

होली हऽ

अच्छा भईया, अब रउरा सब का सेवा में बिजेन्द्र गिरी, ई नया साल के होली ले के आईल बाड़न.
आप भोजपुरिया भाई लोगन के हार्दिक नमस्कार बा. बस बिहार के लोग के गिरिया के प्यार के दरकार बा. तारकेश्वर, ए होली में तपेसर भाई बो से तनी नया हमार समाचार बा. ई दूगोला के प्रोग्राम बा होली में. एक जानी एही होलिये में भउजाइयो से मजा कहल जाव का ?
आ हो तपेसर भाई बो से ? आज उनका गतर गतर में देखऽ ना, कइसे हम रंग देत बानी. अतना ना सराबोर कर देम कि कहीहें कि ए गिरीजी बाड़ा भितरी पाला लागत बा.
आय हाय हाय.
आज छनछनाये देतानी हम ?

एक जानि इहे, इनकर पति आइल बाड़े परदेस से. होली के पहिले. सोचली कि काहे ना हहुआ के आजे सधा लीं, का रे ! रात भर सईंया जब गजन कइलें त सबेरे कहऽतारी कि बताईं नू एहि पर लागल रहनी हा.

अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर मूअवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर मूअवलऽ ए बलमुआ

अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो

अँखिया भइली लाल
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ

कतनो कहीले पिया मानेलऽ ना नाही बंतिया
कतनो कहीले पिया माने नाही बंतिया
रात भर ना घूमे देहलऽ पिया करवटिया
रात भर ना घूमे देहलऽ पिया करवटिया
कइल भारी बवाल कईलऽ हो हो
कइल भारी बवाल कईलऽ हो हो
कइल भारी बवाल सईंयाऽ हो हो
कइल भारी बवाल कईलऽ हो हो
कइल भारी बवाल कईलऽ हो हो
कइल भारी बवाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल

हे
हे
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया हो
अँखिया भइली लाल
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
अँखिया भइली लाल
रात भर जगवलऽ ए बलमुआ
हरे दवरिका नाथ सियावर रामचन्द्र की जय !
होली हऽ.
इहे गिरी जी के बोली हऽ
आ देखऽ तपेसर भाईबो के
कइसन नया भरइती के चोली हऽ
होली हऽ
सर र र रा