भउजी हो, तू सनातनी हिन्दू हऊ कि अरामी हिन्दू

भउजी हो ! का बबुआ ? तू सनातनी हिन्दू हऊ कि अरामी हिन्दू ? हम बूझनी ना ? का पूछल चाहत बानी ? इहे कि तू सनातनी हिन्दू हऊ कि…

ममहर घूमे चहुँपल चन्द्रयान-3

भारत के अन्तरिक्ष अंनुसंधान संगठन इसरो के चन्द्रयान-3 आजु 23 अगस्त 2023 का साँझ 6 बजे चन्द्रमा के दक्खिनी इलाका में सुरक्षित उतरे में सफल हो गइल. कुछ दिन पहिलहीं…

बांसगांव की मुनमुन – 4

( दयानन्द पाण्डेय के बहुचर्चित उपन्यास के भोजपुरी अनुवाद ) धारावाहिक कड़ी के चउथका परोस ----------------------------------------- ( पिछलका कड़ी अगर ना पढ़ले होखीं त पहिले ओकरा के पढ़ लीं.) एने…

भोलानाथ गहमरी जी के लिखल एगो निर्गुन

कवने खोतवा में लुकइलू आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई. बन बन ढुंढली, दर दर ढुंढलीं, ढुंढलीं नदी का तीरे, साँझ के  ढुंढली, राति के ढुंढली, ढुंढली होत…

गोरखपुर के भोजपुरी संगम के 162 वीं ‘बइठकी’

गोरखपुर के 'भोजपुरी संगम' के 162 वीं 'बइठकी' स्व.सत्तन जी का आवास पर, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर में इं.राजेश्वर सिंह के अध्यक्षता अउर चन्देश्वर 'परवाना' के संचालन में पिछला दिने…

कजरी

- संगीत सुभाष बदरी आवऽ हमरी नगरी, नजरी डगरी ताकति बा। सूखल पनघट, पोखर, कुइयाँ असरा गिरल चिताने भुइयाँ छलके नाहीं जल से गगरी, नजरी डगरी ताकति बा। बूढ़ लगे…

भोजपुरी भाषा के संवैधानिक मान्यता ला दिल्ली का जंतर मंतर पर धरना

बोले वालन के जनसंख्या का आधार पर दुनिया के एगो बड़हन भाषा भोजपुरी के भारत में संवैधानिक मान्यता दिआवे के मांग लेके आजु 6 अगस्त 2023 का दिने भोजपुरी जन…

मीडिया के कुकुरन से एगो सवाल

एह लेख के मथैला पढ़ि के हो सकेला कि कुछ कुकुर नाराज हो जासु. कुछ भनक के भनभनाए लागसु भा कुछ भड़कि के भिड़े ला आ जासु. एहसे सवाल का…

राड़ आ राँड़ के गठबन्हन – बतकुच्चन (207)

देश के राजनीति समुझे बाला एहघरी परेशान बाड़ें. उनुका बुझात नइखे कि हो का रहल बा. एही अझूराहट में हमहूं बानी. कि राड़ आ राँड़ के गठबन्हन कइसे भइल आ…

भउजी हो ! ए-सोशल बनावत सोशल मीडिया

भउजी हो ! का बबुआ ? तू सोशल मीडिया पर काहें ना आव ? रउरे चलते ! हमरा चलते ? हँ, रउरे चलते. सोचीं, अगर हमरा लगे मोबाइल रहीत आ…

भोजपुरी के पहिलका वेबसाइट अँजोरिया के बीस बरीस

आजु 19 जुलाई 2023 का दिने भोजपुरी के पहिलका वेबसाइट "अँजोरिया" के प्रकाशन के बीस बरीस पूरा हो गइल आ एकइसवाँ में डेग धर दिहलसि. एह बीस बरिस में ढेरे…