कुकुरहट प कुकुरबझाँव : बाति के बतंगड़ – 26

– ओ. पी. सिंह


एने फेरू कुछ दिन से कुकुर चरचा में बाड़ें स. एह चलते कुछ लोग कुकुरहट प उतरआइल बा त बाकी लोग ओकनी से कुकुरबझाँव करे में अझूराइल बाड़ें. हालांकि कुकुरन का बारे में हमार अनुभव कुछ दोसरे बा. कुकुरन के कबो नेता बने के मौका नइखे मिलल बाकि ओकनी के भौं-भौं वाली लड़ाई देखब त संसदो से बेसी सलीका देखे के मिल जाई. अमूमन कुकुर आपन सीवान खींचले रहेलें जवन कवनो मोरी भा नाला का रुप में मौजूद रहेला. एक तरफ के कुकुर अगर गलती से दोसरा इलाका में आ जाई त ओह इलाका के कुकुर झुण्ड बना के ओकरा के चहेट दीहें. बाकि तबो धेयान रखींहें कि आपन सीवान मत पार क जासु. फेरू दूनू ओर के कुकुरन के भौं-भौ तब ले चलत रही जब ले एक तरफ के कुकुर गँवे-गँवे सटकल मत शुरू क देसु. अब एह बहस के देखला का बाद कबो कवनो पंचायत के कार्यवाही देखीं त फरक साफ हो जाई.

पिछला बेर कुकुर तब चरचा में आइल रहलें जब हमनी के पीएम के बयान आइल रहुवे कि एगो पिल्लो अपना गाड़ी से दबा जाव त अफसोस होला. अतना सुनते विपक्ष आ मीडिया में बवाल मच गइल. सभका शिकायत रहल कि अल्पसंख्यक के तुलना कुकुर के बच्चा से करत बाडें. कहला के मरम केहू ना सोचल आ एगो के हुँआ-हुँआ करते देश भर के सियारन के आवाज से कान फाटे लागल. अबकी कांग्रेस के एगो नेता खडगे आजादी के लड़ाई में कांग्रेस के बलिदान के चरचा करत कह दिहलन कि संघ के एगो कुकुरो ना निकलल रहुवे आजादी का लड़ाई में. अतना सुनला का बाद दोसरा तरफ से बयान ना आइल त अचरज होखीत, आवे लागल त का अचरज. समय कहाँ से कहाँ आ गइल, कतना बदल गइल बाकि कुछ लोग अपना इतिहासे में मगन बा. भुला गइल बा लोग कि अब ऊ लोग सरकार में नइखे. सोशल मीडिया अपना तेजी आ पँहुच का बल प दलाल मीडिया के हवा बिगाड़ के राख दिहले बा. एहू लोग के अबहीं ले गलतफहमी बा कि जनता उनुके कहला के भरोसा करी. भरपूर धुलाई होखत रहला का बावजूद दलाल मीडिया सोशल मीडिया के बेंवत के माने ला तइयार नइखे लउकत. से खडगे के शुरु कइल कुकुर-चरचा प पलटी वार हो गइल कि सगरी कुकुर त कांग्रेसे में बाड़ें त दोसरा गोल से कइसे निकलतें. हद हो गइल कि इशारा-इशारा में खुद मोदीओ कह दिहलें कि उनुका गोल में कुकुर संस्कार ना बा, ना आ सकेला. दुम डोलावे के आदत आ परम्परा जतना पोढ़ बा कांग्रेस में ओतना दोसरा से होइये ना सके.

गजब त ई भइल कि जे लोग अपना दिन के पीएम के इचिकीओ भर इज्जत ना कइल, जिनकर अध्यादेश के चिन्दी बना के उड़ा दीहल गइल, जिनका के कगरी धकेल के महारानी ला रास्ता बना दीहल जात रहुवे, जिनका नमस्कार का जवाब में महारानी के तरफ से नमस्कार देखे के कबो ना मिलल उहो लोग आजु शिकायत करत बा कि पीएम पिछलका पीएमन के बेइज्जत क दीहलें. अब ई लोग पीएम से माफी मांगे के मांग करत बा आ सोचत बा कि सभे भुला गइल लोग कि मौत के सौदागर आ खून के दलाली करे वाला, हिटलर, मुसोलिनी आ अउरी का का नइखे कहले ई लोग एह पीएम के. आ अब वइसने जवाब मिले लागल बा त बरदाश्त नइखे होत. आ एह प फेरू कुकुरन के एगो सुभाव के चरचा कइल चाहत बानी. तेजी से जात कार मोटरसाइकिल देखते कुकुर ओकरा पाछे दउड़ जालें सँ. कमजोर दिल वाला ड्राइवर आपन स्पीड अउर बढ़ा देला आ कुकुरो अपन जोश बढ़ा देलें चहेटा करे में. कबो कबो त हबकियो लेले सँ. बाकि एक बार आपन चाल रोक दीं त देखब कि केहतरे मेहरा जालें सँ कुकुर आ दुम दबा के सटकि जालें सँ. मोदीओ कमजोर ड्राइवर में से ना हउवन.

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