आजु हिन्दी दिवस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव साहित्य के क्षेत्र मे उत्तर प्रदेश के सबले बड़ पुरस्कार भारत भारती समेत 66 गो सम्मानन से अलग अलग साहित्यकारन के सम्मानित कइलन. एह मौका पर व्यंग्य विधा मे बढ़िया लिखला खातिर पं॰ श्रीनारायण चतुर्वेदी के नाम पर दू लाख के पुरस्कार आ विधि क्षेत्र मे बढ़िया लिखला खातिर दू लाख रुपिया के विधि भूषण सम्मान शुरु कररे आ विदेश में हिंदी के प्रसार खातिर दिआए वाला सम्मान के राशि 50 हजार रुपिया से बढाके एक लाख करे के एलान कइलन. पुरस्कृत व्यक्ति के विदेश से आए जाए के खरचो राज्य सरकार का ओर से दिहल जाई. प्रकाशित पुस्तकन पर नामित पुरस्कार के राशि 40 से बढ़ा के 50 हजार रुपिया करहू के घोषणा कइलन.
मुख्यमंत्री एह समारोह में सुप्रसिद्ध गीतकार डा. गोपाल दास नीरज के भारत भारती सम्मान 2012 से अलंकृत कइलें. डा. नीरज के ई पुरस्कार ढेर दिन ले बढ़िया साहित्य सिरजे आ हिंदी सेवा में लगातार लागल रहला ला दिहल गइल. सम्मान का रुप में डा. नीरज को अंगवस्त्र, गंगाजी के प्रतिमा आ पांच लाख दू हजार रुपिया के धनराशि दिहल गइल.
एह कार्यक्रम के सम्बोधित करत सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव कहलन कि साहित्यकार देश के बड़हन सेवा कइले बाड़े. बिना हथियार उठवले मिलल आजादी में साहित्यकारन आ पत्रकारन के बड़हन योगदान बा. कहलन कि ऊ अंग्रेजी के खिलाफ नइखन बाकिर चाहेलें कि सरकारी कामकाज भारते के भाषा में होखे.
एह समारोह में प्रो॰ चौथीराम यादव के लोहिया साहित्य सम्मान, प्रो॰ सोम ठाकुर के हिन्दी गौरव सम्मान, डा. बलदेव वंशी के पं॰ दीनदयाल उपाध्याय सम्मान, आ श्रीमती चित्रा मुद्गल के अवंतीबाई सम्मान के साथे सभका के चार चार लाख रुपिया, अंगवस्त्र, ताम्रपत्र आ गंगा जी के प्रतिमा दिहल गइल.
साथही चन्द्रसेन विराट, विनोद चन्द्र पाण्डेय, डा. रामशंकर त्रिपाठी, पुष्पपाल सिंह, नसीम साकेती, जितेन्द्र नाथ मिश्र, बुद्धनाथ मिश्र, वीरेन्द्र यादव, शैलेन्द्र सागर, आ शिवओम अम्बर के दीर्घकालीन विशिष्ट साहित्य रचना आ हिन्दी सेवा खातिर साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित करत दू दू लाख रुपिया, अंगवस्त्र आ ताम्रपत्र दिहल गइल.
(वार्ता)