– समरजीत
माया नगरी मुंबई में हर दिन हजारों लोग आंखों में सपने लिये आते हैं. इनमें से बहुत ही कम भाग्यशाली होते हैं जिनके सपने साकार होते हैं बाकी सब गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं. इन्हीं में से एक भाग्यशाली हैं पंकज मेहता जो इन दिनों कई फिल्मों में काम कर रहे हैं.
भागलपुर, बिहार के धरहरा गांव के रहने वाले पंकज मेहता 2005 में मुंबई में आये और रंगमंच से जुड़ गये. पंकज मेहता ने कई नाटकों में काम किया, इसी दरम्यान उन्हें ‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजियो’, ‘रंग बदलती ओढ़नी’, ‘जय सोमनाथ’ आदि कई धारावाहिकों में काम करने का मौका मिला. फिल्मों में अपनी शुरुआत पंकज मेहता ने चुनमुन पंडित की भोजपुरी फिल्म ‘किसना कईलस कमाल’ से की. इस फिल्म में पंकज के काम से चुनमुन पंडित इस कदर प्रभावित हुए कि उन्होंने अपनी दूसरी भोजपुरी फिल्म ‘धूम मचईलऽ राजा जी’ में भी पंकज से काम लिया.
पंकज मेहता एक और भोजपुरी फिल्म ‘प्यार के रंग लाल होला’ में काम कर रहे हैं जिसके निर्माता अजिताभ तिवारी व निर्देशक कासिफ रज़ा हैं. ‘धूम मचईलऽ राजा जी’ और ‘प्यार के रंग लाल होला’ यह दोनों फिल्में मई-जून में प्रदर्शित होने वाली हैं. पंकज मेहता अपने आपको काफी भाग्यशाली मानते हैं कि बहुत ही कम समय में उन्हें फिल्मों में कामयाबी मिल गई, इसके पीछे वह अपने परिवार और दोस्तों का सहयोग मानते हैं.