पता ना भारत के विदेश मंत्री एस एम कृष्णा कवना झोंक मे रहलें कि भाषण देबे खड़ा भइलन त तीन मिनट ले दोसरे के भाषण पढ़त रह गइले. कहीं कागज बदल गइल रहे जवना का चलते उनुका पते ना चलल कि ऊ पुर्तगाल के विदेश मंत्री के दिहल बयान पढ़ रहल बाड़े जवन कुछ देर पहिलही दिहल गइल रहे. बाद में भारत के राष्ट्रसंघ में भारत के राजदूत हरदीप सिंह पुरी उनुकर ध्यान एह तरफ खींचले तब जा के कृष्णा के आपन गलती महसूस भइल.