कई गो भोजपुरी फिलिकन में कई तरह के किरदार करिके आपन अभिनय क्षमता साबित कर देखावे वाला अभिनेता बालेश्वर सिंह अब कई फिलिमन में खलनायक के किरदार निभावत बहुते बिजी हो गइल बाड़न. उनुकर शुरूआती सफर त बहुते संघर्ष वाला रहल बाकिर कहन जाला नू कि “मेहनत करे वाला कबो हारे ना” से एही कहाउत के सांच साबित करत बालेश्वर सिंह एह साल कई गो भोजपुरी फिलिमन का शूटिंग में बिजी हो गइल बाड़े.
फिल्म “चुन्नुबाबू सिंगापुरी” में हैवानियत के हद पार कर जाये वाला निर्दयी खलपुरूष का रूप में जल्दिये नजर अइहे बालेश्वर आ फिल्म “रूपया के बोलबाला” में दू गो दोस्तन का बीच आपसी रंजिश पैदा करे वाला दगाबाज दोस्त के किरदार कइला का अलावे ऊ फिल्म “गर्दा उड़ा देब’ में खून के पियासल दारोगा के किरदार में गजब के काबिले तारीफ काम कइले बाड़न. गर्दा उड़ा देब भोजपुरी का अलावे छत्तीसगढ़ीओ भाषा में “ग़दर मताही” के नाम से बनावल जात बा जवना में कबो एडिशनल एस.पी. रहल शशिमोहन सिंह अब भोजपुरी फिल्म जगत में उतरल बाड़े.
फिल्म गरदा उड़ा देब के निर्माता हउवे सुखजीत सिंह धामी, सह निर्माता आर.के. श्रीवास्तव आ पियूष नवानी, अउर लेखक सह निर्देशक हउवन रजनीश झांजी. खास किरदारन में शशिमोहन सिंह, बबली, रीतू पाण्डे, प्रदीप कौशिक, बाली कुर्रे, मिनी झांजी, लक्षित हर्षुल, पूरण किरी, हेमलाल, अउर बालेश्वर आ आइटम डाँस में सम्भावना सेठ बाड़ी.
(अपना न्यूज के रामचन्द्र कुंदन के भेजल रपट)