ममता बनर्जी वामफ्रंट के सफाया करा दिहली
चौंतीस साल से सत्ता सम्हरले वामफ्रंट के करारा झटका देत ममता बनर्जी अपना “मा, माटी, मानुष” का नारा का साथ दू तिहाई से बेसी के बहुमत जीत लिहली. उनुकरा पार्टी तृणमूल कांग्रेस के अकेलही बहुमत मिल गइल बा, बाकिर संकते बा कि कांग्रेसो के सरकार में शामिल करइहे.
जयललिता तमिलनाडू पर काबिज भइली
मतदाता लोग के लुभावे खातिर दिहल रंगीन टीवी करुणानिधि खातिर कवनो काम ना कइलस. वोट में करुणानिधि के जइसन सफाया हो गइल वइसन त केहू के अंदाजा ना रहे. कांग्रेस खातिर ई बड़हन सबक बा कि भ्रष्टाचार के बरदाश्त करे का मूड में अब जनता नइखे. ओहिजो जयललिता के दू तिहाई बहुमत मिल गइल बा. बगल के राज्य पाण्डिचेरी में जयललिता के पार्टी बहुमत ले लिहले बा.
असम में भाजपा के सपना धूल धूसरित हो गइल
बड़ा चाव से भाजपा अबकी आसाम का चुनाव में उतरल रहे. ओकर दावा रहे कि ओहिजा ऊ सरकार बनाई बाकिर वोट में ओकरा करारी हार मिलल. अगर भाजपा आ अगप व्यावहारिक धरातल पर उतर के समझौता कर लिहले रहीत त हो सकत रहे कि ओहिजा कांग्रेस के हार हो जाइत बाकिर भइल दोसर. कांग्रेस ओहिजा लगातार तीसरा बेर सरकार बनावे जा रहल बिया.
वामफ्रंट के सफाया पूरा हो गइल केरल से
केरल में हर बार का चुनाव का तरह उलटफेर करत अबकी यूडीएफ बाजी मारत लउकत बा. एलडीएफ का हाथ से बहुमत निकलल लागत बा.
भाजपा के ललचा ललचा दिहले वोटर
आजु जब मतगणना के शुरुआती रुझान मिलल शुरु भइल त एगो बड़हन अचरज सामने आवत लउकत रहे. आसाम, पश्चिम बंगाल, तामिलनाडु, पुड्डुचेरी, केरल हर जगहा ओकर उम्मीदवार कुछ सीटन पर आगा चलत रहलन. थोड़की देर खातिर लागल कि भाजपा के कमल हर राज्य में खिल जाई. बाकिर ई हो ना सकल. हालांकि भाजपा आसाम छोड़ कवनो दोसरा राज्य में नामे खातिर मौजूद बिया. सीट ना मिलल ओकरा खातिर कवनो हार जइसन नइखे, हर जगहा एकाध सीट पर आपन दमदार मीजूदगी देखावल जरुर ओकर खासियत मानल जाई.