भोजपुरिका का ओर से जिउतिया (जीवित्पुत्रिका) के बहुत-बहुत शुभकामना.
कवनो देश हमरा भारत पर आँखि उठाके देखे से पहिले एक बेरि जरूर सोचि लेव कि छल आ धोखा ओकरा कामे ढेर दिन ना आई. हमनी के माई जवन ओठघन खियवले बिया आ बरियार का सामने संकल्प लेके जवन खर जिउतिया कइले बिया, ऊ बाँव ना जाई. अब बरियार तनिके खड़ा हो गइल बाड़े.
जय हो जिउतिया माई !
दुर्गाया मूर्तिभेदेन ख्याता त्रैलोक्यपूजिता.
अमृताहरणे वत्स स्मृता सा जीवपुत्रिका.
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