(नवरात्र के अठवा दिन, शनिचर, १२ अक्टूबर २०१३)
श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः |
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा |
माई दुर्गा अपना आठवाँ रूप में ” महागौरी ” का नाम से जानल जाली.नवरात्र में आठवाँ दिन माई के एही रूप के पूजा होला.इहाँके रंग गोर हऽ.इहाँके उमिरि आठ बरिस मानल गइल बा.माई के चार गो भुजा बा आ इहाँके वाहन बैल हऽ.इहाँके मुद्रा अत्यंत शांत हऽ.माई महागौरीके भक्ति आ उपासना से सभ प्रकार के पाप धुल जाला.नवदुर्गा में आठवीं माई महागौरी दुर्गाजी के जय हो.
(चित्र आ विवरण डा॰रामरक्षा मिश्र का सौजन्य से)
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