महाराष्ट्र हमार जन्मभूमि आ भोजपुरी कर्मभूमि ह – पराग पाटिल

by | Jul 14, 2012 | 0 comments

सिनेमा भोजपुरी खातिर गौरवे के बात बा कि अब दोसरो भाषा के निर्माता निर्देशक भोजपुरी में फिल्म बनावे का काम में अगुआ बनत बाड़ें. महाराष्ट्र का गोदी में पलल बढ़ल आ अनेके हिट हिंदी आ मराठी धारावाहिकन के सफल निर्देशक पराग पाटिल अब भोजपुरी सिनेमा में पूरा तरह से लाग गइल बाड़ें. रानी चटर्जी आ शिवम तिवारी स्टारर भोजपुरी फिल्म ‘फौजी’ से चरचा में आइल निर्देशक पराग पाटिल आजु भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में चर्चित आ व्यस्त निर्देशक बन गइल बाड़ें.

पराग पाटिल निर्देशित हिंदी धारावाहिक ‘हरे कांच की चूड़ियाँ’ (सहारा वन पर), ‘यहीं तो वो’ (स्टार वन पर), आ ‘कभी तो नज़र मिलाओ’ (सोनी टी.वी. पर) वगैरह का अलावे मराठी धारावाहिक ‘मनु उधान वाराच्ये’ आ ‘फिरनी नवी जन्मेन मी’ (स्टार प्रवाह पर), अउर ‘दोन किनारे’ (ई टी.वी. मराठी पर) वगैरह से पराग के बहुते लोकप्रियता मिलल.

भोजपुरी से पराग पाटिल के लगाव बचपने से रहल बा. उनुकर अधिकतर दोस्त भोजपुरिया रहलें आ कालेज का छुट्टियन में ऊ कबो उत्तर प्रदेश त कबो बिहार चल जाइल करसु. पराग पाटील का नजर में भोजपुरी आ मराठी संस्कृति में कवनो फरकाव नइखे. एही कारण मराठी भाषी होखतो उनका भोजपुरी भाषा से बेसी प्रेम रहल बा.

अगो सवाल का जवाब में पराग पाटिल बतवलें कि ऊ ‘मैजिक टी.वी.’ के चर्चित भोजपुरी धारावाहिक ‘कैप्टन किशोरी लाल’ के निर्देशन कइले रहलें, जवना में मुख्य भूमिका करे खातिर शिवम तिवारी के उहे चुनले रहलें. ओकरा बाद उनुका पाटिल के बतौर निर्देशक बहुत पसंद आइल त अपना होम प्रोडक्शन के पहिलका भोजपुरी फिल्म ‘फौजी’ के निर्देशन करे के ऑफर दिहलन. एह फिल्म में केद्रीय भूमिका में शिवम तिवारी के अलावा रानी चटर्जी, मनोज टाईगर, सुदीप पाण्डेय, सुधीर दलवी, माया यादव, समीर शेख आ दीपक भाटिया वगैरह रहलें.

हिंदुस्तान का सीमा पर तैनात ‘फौज के सिपाही’ के जीवन पर आधारित ई फिल्म ‘फौजी’ मशहूर प्लेबैक गायक उदित नारायण के बहुते नीक लागल त उनका बैनर ‘यू.डी.मूवी’ से एह फिल्म के प्रस्तुत कइल गइल. फिल्म कें बिहार, यूपी आ मुंबई में बढ़िया बिजनेस मिलल.

अबहीं पराग पाटिल निर्माता अभय सिंह के फिल्म ‘मैदाने जंग’ के शूटिंग पूरा कर लिहले बाड़ें. एहमें विराज भट्ट, प्रिया शर्मा, पल्लवी सिंह, संजय वर्मा अउर दीपक भाटिया बाड़ें. हाल ही में पराग पाटिल के निर्देशन में बने जात फिल्म ‘डर’ के संगीतमय मुहूर्त भइल. एह फिल्म के निर्माता अभय सिंह, संगीतकार छोटे बाबा आ गीतकार राजेश मिश्रा अउर अशोक सिन्हा हउवें. मुख्य भूमिका में पल्लवी सिंह बाड़ी. एकरे अलावे निर्माता मुन्ना सिंह के फिल्म ‘जय बजरंग बाली’ के निर्देशनो परागे पाटिल करे जात बाड़ें. एह फिल्म के संगीत रचात बा. दुनु फिलिमन के शूटिंग नवम्बर दिसम्बर में कईल जाई.


(अपना न्यूज़ के रपट)

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अँजोरिया के भामाशाह

रहिमन वो नर मर चुके ..... रहीम जी के एगो दोहा हऽ कि - रहिमन वो नर मर चुके जो कहूं मांगन जाय, उनके पहिले वो मुए जिन मुख निकसत नाहिं. बहुत शर्म का साथ कहे के पड़त बा कि हम ओह समाज से कुछ मांगल चहनी जवन कि ऊ देइए ना सकत रहे. करोड़ों भोजपुरियन में से लाख ना त हजार ना त कुछ सौ लोग त जरुरे रहल होखी जे अंजोरिया पर आइल होखी. भामाशाह बने के निहोरो पढ़ले होखी. कुल 13 गो लोग अइसन मिलल जे भामाशाह बने के दयाशीलता देखा सकल. आजु हम एह योजना के बन्द करे के एलान करत बानीं. ना चाहीं रउरा सभे से कवनो तरह के कवनो सहजोग. लिखनिहार के रचना ना चाहीं, पढ़निहारन के कमेंटो के जरुरत नइखे. आजु से अंजोरिया पर भोजपुरी के कवनो रचना भा एकरा से जुड़ल कवनो खबर प्रकाशित ना कइल जाई. स्वांत सुखाय लिखेनी, लिखत रहब. बाकिर अब से भोजपुरी में ना लिखब. अलविदा भोजपुरी ! भोजपुरी अमर रहे !
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