महुआ बीनत लछमिनिया के देखनी, हर जोतत महिपाल.

महुआ बीनत लछमिनिया के देखनी, हर जोतत महिपाल. टिकठी चढ़ल अमर के देखनी, सबले नीमन ठठपाल. अब चूंकि रउरा भोजपुरी का साइट पर आइल बानी त अतना मान लिहला में…

जो घर जारे आपना, चले हमारे साथ.

भोजपुरी के आदिकवि संत कबीरदासजी के एगो मशहूर दोहा से आजु के लेख शुरू कर रहल बानी - कबिरा खड़ा बाजार में लिये लुकाठी हाथ जो घर जारे आपना, चले…

ममहर घूमे चहुँपल चन्द्रयान-3

भारत के अन्तरिक्ष अंनुसंधान संगठन इसरो के चन्द्रयान-3 आजु 23 अगस्त 2023 का साँझ 6 बजे चन्द्रमा के दक्खिनी इलाका में सुरक्षित उतरे में सफल हो गइल. कुछ दिन पहिलहीं…

बांसगांव की मुनमुन – 4

( दयानन्द पाण्डेय के बहुचर्चित उपन्यास के भोजपुरी अनुवाद ) धारावाहिक कड़ी के चउथका परोस ----------------------------------------- ( पिछलका कड़ी अगर ना पढ़ले होखीं त पहिले ओकरा के पढ़ लीं.) एने…

सगरी उमिरिया छछनत जियरा कइसे तोहके पाईं

भोलानाथ गहमरी जी के रचल एगो निर्गुन बहुते मशहूर रहल बा. आजु के शुरुआत ओकरे से करत बानी. कवने खोतवा में लुकइलू आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई.…

भोलानाथ गहमरी जी के लिखल एगो निर्गुन

कवने खोतवा में लुकइलू आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई. बन बन ढुंढली, दर दर ढुंढलीं, ढुंढलीं नदी का तीरे, साँझ के  ढुंढली, राति के ढुंढली, ढुंढली होत…

गोरखपुर के भोजपुरी संगम के 162 वीं ‘बइठकी’

गोरखपुर के 'भोजपुरी संगम' के 162 वीं 'बइठकी' स्व.सत्तन जी का आवास पर, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर में इं.राजेश्वर सिंह के अध्यक्षता अउर चन्देश्वर 'परवाना' के संचालन में पिछला दिने…

कजरी

- संगीत सुभाष बदरी आवऽ हमरी नगरी, नजरी डगरी ताकति बा। सूखल पनघट, पोखर, कुइयाँ असरा गिरल चिताने भुइयाँ छलके नाहीं जल से गगरी, नजरी डगरी ताकति बा। बूढ़ लगे…

भोजपुरी भाषा के संवैधानिक मान्यता ला दिल्ली का जंतर मंतर पर धरना

बोले वालन के जनसंख्या का आधार पर दुनिया के एगो बड़हन भाषा भोजपुरी के भारत में संवैधानिक मान्यता दिआवे के मांग लेके आजु 6 अगस्त 2023 का दिने भोजपुरी जन…

धीरज, धरम, मित्र, अरु नारी ट्रेडिंग काल परखिए चारि

एह लेख के मथैला रउरा के बताइए दिहले होखी कि एह पुरान कहाउत के इस्तेमाल हम शेयर ट्रेडिंग का संदर्भ में करे जा रहल बानी. अब आगा बढ़े से पहिले…

मीडिया के कुकुरन से एगो सवाल

एह लेख के मथैला पढ़ि के हो सकेला कि कुछ कुकुर नाराज हो जासु. कुछ भनक के भनभनाए लागसु भा कुछ भड़कि के भिड़े ला आ जासु. एहसे सवाल का…