36 घंटे का यह निर्जला व्रत काफी महत्व रखता है, बिहारियों के लिए. और इस महापर्व की महंता को दिखने की एक बहुत अच्छी कोशिश की गई है ओसियन एंटरटेनमेंट के दवरा, प्रवीण सिन्हा की प्रस्तुति निहोरा छठी माई के. इस एल्बम में दिखाया गया है की माँ अपने घर की परम्परा को ख़त्म होते देख रही है क्योकि उसका एकलौता बेटा मुस्लिम बहु ले आया है. तो उन्हें यह चिंता सताती है की उनके बाद उनकी परम्परा को निभाने वाला कोई नही होगा. पर बहु ने धर्म की अपेक्षा अपने कर्तव्यो को जयादा तवज्जो दी. उसने यह महसूस किया की भगवान और अल्लाह में फर्क नही है. फर्क सिर्फ हमारी सोच तक सीमित है और इस घर की बहु होने के नाते वह छठ की परम्परा को बरकरार रखना चाहती है. और उसके इस डेडिकेशन को देखकर माँ बाप और बेटे उसे छठ करने में मदद करते है. इस सुन्दर सी प्रस्तुति को आप इस वीडियो को यूट्यूब चैनल – ओसियन रिकार्ड्स भोजपुरी पर देख सकते है. ये पहली प्रयास है, यह सच्ची घटना पे आधारित है वीडियो फिल्म है अच्छी लगेगी सभी को.
(हंगामा मीडिया)