देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे के कहना बा कि देश में भाजपा आ आरएसएस के ट्रेनिंग कैम्पन में हिन्दू आतंकवाद सिखावल जाले आ एह तरह के सूचना उनुका लगे बा. पता ना उनुका मिलल सूचना का बा बाकि अमेरिका के नेशनल काउन्टरटेररिज्म सेंटर के रिपोर्ट साल २०११ में भइल आतंकवादी घटनन के सूची प्रकाशित कइले बा जवना में बतावल गइल बा कि ओह साल सत्तर देशन में नाहियो त दस हजार से अधिका आतंकवादी हमला भइल जवना में ४५ हजार लोग प्रभावित भइल आ साढ़े बारह हजार लोग मारल गइल. एहमें एक बात पर ध्यान देबे जोग बा कि साल एगारह में भइल आतंकवादी हमला पिछला पाँच साल में सबले कम रहल बाकिर मरे वाला लोग के गिनिती बेसी हो गइल. एह में से भारत ओह चार देशन में शामिल बा जहवाँ सबले बेसी हमला भइल. अगानिस्तान में २८७२, इराक में २२६५, पाकिस्तान में १४३६ आ हिन्दुस्तान में ६७३. अब एह पर केहू के संतोष करे के होखे त कर लेव कि मरे वालन के संख्या का हिसाब से भारत के छठवाँ जगहा पर राखल गइल बा, अफगानिस्तानम इराक, पाकिस्तान, सोमालिया, आ नाइजीरिया का बाद भारत के नाम आइल बा मरे वालन के गिनिती का आधार पर बनल सूची में.
एह सूची का बाद ओह रिपोर्ट में आतंकी हमला करे वालन के नाम लिहल गइल बा. सबले अधिका हमला आ सबले अधिका मौत करावे वाला रहले सुन्नी आतंकवादी. सुन्नी आतंकवादियन के कइल हमला रहल ५७०० जवन कि कुल आतंकी हमला के ५६ फीसदी बतावल गइल बा. आ एह हमला मे मरे वाला कुल मरे वालन के सत्तर फीसदी रहले. माने कि सबले खूंखार आतंकियन में सुन्नी आतंकवादियन के नाम लिहल जा सकेला. एकरा बाद चरचा भइल बा मरे वाला लोगन के. कुल बारह हजार से अधिका मौत में से आधा आम आदमी रहले आ ७५५ गो बुतड़ू. दुर्भाग्य से मरहू वालन में सबले बेसी रहले मुसलमान
एह रपट में साल २०११ में भइल आतंकी वारदातन के सिलसिलेवार ब्योरा दिहल गइल बा जवना के रउरो पढ़ सकीलें. रपट पढ़ीं..
एह जानकारी का बाद शिन्दे से सवाल कइल जा सकेला कि भारत सरकार जानकारी देव कि भारत में भइल ६७३ गो आतंकी वारदात में के शामिल रहल. अगर एह वारदातन में कवनो हिन्दू संगठन शामिल रहल होखे त ओकर नाम सामने ले आवल जाव जेहसे कि सभे ओइसन संगठन से फरका रहे. बाकिर अगर दोसर संगठन होखसु त ओकरो बारे में बतावे भारत सरकार कि ऊ लोग के रहल, कवना धर्म के रहल. तबे पता चल सकी कि भारत सरकार के काबिल गृहमंत्री हिन्दूवन के बदनाम कइल ना चाहसु, ऊ त बस सच्चाई सामने ले आवत बाड़ें. बाकिर अगर सरकार हिलाहवाली करत बिया एह आतंकी संगठनन के नाम बतावे से जान जाईं कि ओकर मकसद का बा.
हमरा लिखला के मतलब ई नइखे कि हिन्दूवन में अपराधी नइखन. जइसे हर रिलिजन में अपराधी बाड़े वइसहीं हिन्दूओ में बाड़े. बाकिर अइसन कवनो हिन्दू ना मिली जे कवनो धर्मग्रंथ का नाम पर, कवनो देवी देवता का नाम पर लोग के खून करे, आम जनता पर हमला करे, भा एह तरह के कारनामा के धर्मयुद्ध के नाम दे देव. धर्मयुद्ध के परिकल्पने हिन्दू सोच से बाहर के बात होले, कइल त अलगा बा.
साथही हम ओहू अहिन्दू हिन्दू लोगन से कहब कि अपना भा अपना पार्टी के फायदा चहुँपावे ला पूरा हिन्दू समाज के बदनाम मत करे लोग. दुनिया में शायद हिन्दूए धर्म अइसन बा जे हर केहू के आजादी देला कि ऊ खुद तय करे कि ऊ पूजा करी कि ना, करी त कइसे करी, केकर करी वगैरह वगैरह. एहिजा त खुला आजादी बा ना त सबेरे से साँझ ले हिन्दूत्व के गरियावे वाला अहिन्दू हिन्दू अइसन ना करीतन.
– संपादक, अँजोरिया