पिछला दिने दिल्ली में चलत बस में एगो लड़िकी से झुण्ड में बलात्कार कइला का बाद ओकरा के मरल जइंसन हालत में बस से फेंकद दिहल गइल. ओह लड़िकी के अस्पताल में इलाज होखत बा आ ओकर हालत अब मरल कि तब मरल वाला चलत बा. एह मामिला पर चारो तरफ, मीडिया में आ सड़कन पर, विरोध दर्ज करावल जात बा. बलात्कारियन ला फाँसी के सजा देबे के कानून माँगल जात बा.
काल्हु एगो टीवी चैनल पर चलत बहस का दौरान कांग्रेसी नेता संजय निरूपम भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी पर एगो फूहड़ टिप्पणी कर दिहलन. बहस में हारल बर्दाश्त ना भइल त निरूपम स्मृति ईरानी से कहलन कि आप त टीवी पर पईसा ला ठुमका लगावत रहीं आ अब विश्लेषक बन गइल बानी! निरूपम के एह बेहूदा तंज पर ढेरे लोग नाराज बा. कहे वाला त इहो कहत बाड़न कि आखिर चैनल के एकरो के त कुछ जिम्मेदारी बने के चाहीं कि ओकरा सोझा बहस में केहू सभ्यता के सीमा मत लाँघो. बाकिर कांग्रेस प्रेमी चैनल एह तरह के बेहूदगी के या त महटिया देले भा जानबूझ के उकसावेले जेहसे ओह लोग के टीआरपी बढ़ो. नामे नाम कि बदनामे नाम. करीब करीब हर पार्टी में निरूपम जइसन मनीषी बाड़न. बाकिर कांग्रेस के बदजुबानी बोलतुअन के मौका अधिका मिल जाले आपन बकतूत पसारे के.
काल्हुवे जब गुजरात में भाजपा पाँचवी बेर आ नरेन्द्र मोदी के अगुअई में तिसरका बेर जीतल त देश के गहमंत्री आ कांग्रेसी नेता पी चिदम्बरम आपन बकतूत पसारत कहलन कि गुजरात में त कांग्रेस जीत गइल काहे कि ऊ भाजपा के साल २००७ जतना सीट ना जीते दिहलसि आ आपन जीतल सीट बढ़ा लिहलसि! मजे के बात ई रहल कि पीचि के ई बकतूत मजाक में ना बलुक पूरा गंभीरता से कहल गइल रहे.
अब एह बलात्कार, बेहूदगी आ बकतूत तीनो का पीछे कवनो ना कवनो रूप मे कांग्रेस के सरकार भा ओकर नेता मौजूद रहलन एहसे अचरज होत बा कि आखिर ई सरकार चाहत का बिया. माटी के माधो त आपन खासियते बना लिहले बाड़न गुम्मी साधे के. बाकि का देश अइसही चली आ चलावल जात रही?
– ओमप्रकाश सिंह